खूंटपानी/ Ajay Mahato : खुंटपानी प्रखंड अंतर्गत पान्ड्राशाली परिसर में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति का शंखनाद हुआ है. रविवार को पहली बैठक प्रखंड प्रमुख सह जेबीकेएसएस सदस्य सिद्धार्थ होनहागा की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमें जेबीकेएसएस के केन्द्रीय अध्यक्ष जयराम महतो के विचारधारा को जन जन तक पहुंचाने पर विचार विमर्श किया गया. इस दौरान प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा ने कहा कि झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता सह केन्द्रीय अध्यक्ष जयराम महतो के नेतृत्व में ही झारखंड को संवारा और विकसित किया जा सकता है तथा झारखंड की भाषा, संस्कृति और अस्मिता बचाई जा सकती है. इसीलिए समिति को गांव-गांव में मजबूत बनाने के लिए सभी को बढ़-चढ़कर काम करने की जरूरत है.
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उन्होंने कहा कि झारखंड निर्माण को 23 वर्ष बीत गया, लेकिन आज तक झारखंडियों की अपनी पहचान नहीं बन पाई है.यहां के नेताओं ने सिर्फ झारखंड को लूटने का काम किया.पहली बार झारखंड में अपना हक अधिकार लेने के लिए छात्र सड़क पर उतरें है.आज झारखंड में यहां के नौजवानों को नौकरी नहीं मिल रही है. राज्य में बाहरी लोगों को नौकरी दी जा रही है. जिस कारण यहां के नौजवान दूसरे राज्यों में पलायन करने को मजबूर हैं. झारखंड में कई पार्टियों ने राज्य किया लेकिन आज तक किसी ने स्थानीय नीति नहीं बना पाई है.अगर झारखंड को बचाना है तो टाइगर महतो का साथ देना होगा.
जिस तरह से टाइगर जयराम महतो हम सबों का हक अधिकार की लड़ाई लड़ रहा है.उसे हम सबों को साथ देने की आवश्यकता है.मौके पर पंचायत समिति सदस्य समुली कुई,बामेया चोड़ा,अजय होनहागा,अमित होनहागा,विनित बोदरा,नवीन महतो,सदानंद महतो,किशोर महतो, नारायण कांडेयांग,रमेश बोदरा,तुराम गोप,समीर सामड,मंटू होनहागा,शोभा रानी महतो,पिंकी महतो आदि उपस्थित थे.
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