खुंटपानी/ Ajay Mahato : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत खूंटपानी प्रखंण्ड कार्यालय परिसर में शनिवार को धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती और झारखंड स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. प्रखंण्ड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा सह झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के सक्रिय सदस्य के द्वारा विधिवत रूप से पुष्प अर्पित कर भगवान बिरसा मुंडा को श्रंद्धाजलि दी. प्रखंण्ड कार्यालय में आदिवासी परंपरागत रीति-रिवाज से बकरे और मुर्गा की बलि देकर पूजा-अर्चना किया गया.
इस दौरान प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा ने कहा कि सरकार ने बिरसा मुंडा की जयंती यानी 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित किया है और आज ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जा रहा है.बिरसा मुण्डा एक भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मुंडा जनजाति के लोक नायक थे.
उन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान 19वीं शताब्दी के अंत में बंगाल प्रेसीडेंसी (अब झारखंड) में हुए एक आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया, जिससे वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गए.भारत के आदिवासी उन्हें भगवान मानते हैं और ‘धरती आबा’ के नाम से भी जाने जाते है. इस अवसर पर प्रखंण्ड एवं अंचल के कर्मी, जेएसपीएलएस कर्मी, एवं महिला समिति और ग्रामीण उपस्थित थे.