खरसावां: प्रखंड अतर्गत बोडडा गांव में नव युवक संघ द्वारा तीन दिवसीय छऊ कला संस्कृति और रक्षाबंधन मेला का शनिवार को समापन हो गया. इस रंगारंग सांस्कृतिक मेला में खरसावां के विभिन्न गांवो के कलाकारों ने भव्य प्रस्तृती देकर वाहवाही लूटी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाज सेवी सह खूंटपानी प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा और समाजसेवी गार्दी सोय उपस्थित रहे.
मुख्य अतिथियों ने छऊ नृत्य, डांस व भाषण प्रतियोगिता के प्रतिभाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.
मौके पर सिद्धार्थ होनहागा ने कहा कि शिक्षा ही बच्चों का संवैधानिक अधिकार है. शिक्षा के बिना जिंदगी अधूरी है. सही शिक्षा से ही हम देश का नाम रोशन कर सकते हैं. हमारे ग्रामीण क्षेत्र से भी हमारे बच्चे पढ़ाई में बहुत ही टैलेंट है. हमें अपने बच्चों को कैरियर पर फोकस करना होगा, सही संस्कार और सही शिक्षा देना होगा.
उन्होने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ हर घर का संकल्प होगा. हर घर में शिक्षा का दीप जलाना है, हर बच्चों के हाथ में कॉपी और पेन थमाना है. हर बच्चों का अधिकार शिक्षा ही है. बाल विवाह जैसे अपराध को खत्म करना होगा. तभी क्षेत्र से अंधविश्वास और नशा पान का खत्म होगा.
समाजसेवी गार्दी सोय ने कहा कि क्षेत्र की खरसावां की मिटटी में रचा बसा छऊ नृत्य दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है. छऊ नृत्य हमारे पूर्वजों के देन है. जो हमारी संस्कृती से जुड़ा है. इस दौरान मुख्य रूप से खूंटपानी प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा, समाजसेवी गार्दी सोय, पंसस अजीत प्रधान, पंसस गोविंद हाईबुरू, राकेश सोय, मंगल सिंह पूर्ती, विनीत बोदरा, विजय दिग्गी, संजीव प्रधान, दशरथ प्रधान, आकाश प्रधान, रोहित हेम्ब्रम, रुप लाल प्रधान आदि उपस्थित थे.