खरसावां : हमारा संकल्प विकसित भारत कार्यक्रम के तहत खूंटी के सांसद सह भारत सरकार के केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा खरसावां के विटापुर और चिलकु पंचायत सचिवालय मे रविवार को आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा मैं शामिल हुए. अर्जुन मुंडा ने आम जनता के साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े. वहीं विटापुर और चिलकु मे लगाए गए कृषि संबंधित स्टॉल, महिला समूह, चिकित्सा आदि स्टॉल का मुआयना किया साथी किसान क्रेडिट कार्ड की राशि किसानों को सौंपा. जबकि महिलाओं को उज्ज्वला योजना, मुद्रा योजना समेत कई योजनाओ का लाभ दिया. इस दौरान कैलेंडर का विमोचन किया.
मौके पर अर्जुन मुंडा ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प पूरा होगा. प्रधानमंत्री का संकल्प है कि भारत को विकसित बनाने का है. इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार ने योजनाओं का लाभ घर-घर पहुंचाने का बीड़ा उठाया है. महिलाएं कृषि कार्य में तकनीक का इस्तेमाल कर उन्नति करें और आर्थिक रूप से संपन्न बनें. अब महिलाएं खुद ड्रोन का संचालन करेंगी. सबको आवास योजना, नल से जल, आयुष्मान योजना समेत अन्य सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत सरकार केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि परिवार मजबूत होगा तो गांव मजबूत होगा. गांव मजबूत होगा तो देश भी मजबूत होगा. इसी संकल्प के साथ विकसित भारत संकल्प यात्रा की मुहिम पूरे देश के गांव और शहरों में लगातार चलाई जा रही है.
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने, गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेकने, देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने, भारत कि एकता को सुदृढ़ करेंगे और देश कि रक्षा करने वालों का सम्मान करने तथा नागरिक होने का कर्तव्य निभाने का शपथ दिलाई. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के इस देश के प्रत्येक परिवार के लिए संकल्प लेकर आगे बढ़ने का है. जो सुविधा जनता तक पहुंची है. उन सुविधाओं को आने वाले दिनों में और बेहतर तरीके से उपयोग करते हुए उनके जीवन का लक्ष्य को पूरा करें. ताकि उसके बल पर समृद्ध भारत बनाने का हमसबों का उद्देश्य है.
उन्होंने कहा कि यह विकसित भारत संकल्प योजना खूंटी से प्रारंभ हुआ है. खूंटी से वैसे वर्गों के लिए योजना प्रारंभ हुआ है. जो आजादी के लंबे खंड तक किसी का ध्यान नहीं गया है. जो प्रधानमंत्री विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीएम पीवीटीजी) कहां जाता है. जो सुदूरवर्ती क्षेत्र में आंशिक कपड़े के माध्यम से जीवन यापन करते हैं. सुदूरवर्ती क्षेत्र में वनों और वन उपज के माध्यम से जीविका चलाते हैं. उनको मैन स्कीम में लाने के लिए सरकार 24000 करोड़ की लागत से योजना प्रारंभ किया है. जिसके माध्यम से गांव उन लोगों में सारी आधारभूत संरचना के साथ-साथ शिक्षा का व्यापक लाभ पहुंचे. 740 एकलव्य रेजिडेंस विद्यालय बनाया गया है और लगातार कर चल रहा है. उन विद्यालय में गांव के बच्चे अधिक से अधिक नामांकित हो जो यह हमारा लक्ष्य है.
भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि अब महिला स्वयं सहायता समूहों की उन्नत खेती में ड्रोन मददगार बनेंगे. महिला स्वयं सहायता समूह इन ड्रोनों का इस्तेमाल कृषि कार्यों के लिए कर पाएंगे और इससे इन समूहों से जुड़ी महिलाओं के लिए आजीविका का नया रास्ता बनेगा. महिला किसान ड्रोन केंद्र महिलाओं को ड्रोन उड़ाने और उपयोग करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण भी देगा.
विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष्मान भारत, पीएम गरीब कल्याण अन्य योजना, दीनदयाल अंत्योदय योजना, पीएम आवास योजना ग्रामीण, पीएम उज्ज्वला योजना, पीएम विश्वकर्मा योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम पोषण अभियान, हर घर जल जल जीवन मिशन सहित अटल पेंशन आदि योजनाओं की दी जानकारी.
मौके पर भारत सरकार के केन्द्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, डीडीसी प्रवीन कुमार गागराई, परियोजना निदेशक आईटीडीए संदीप दोराईबुर, पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, खरसावां प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, उप प्रमुख ज्योत्सना मंडल, बीडीओ प्रधान माझी, सीओ कुमारी शीला उराव, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो, गणेश माहली, मुखिया सविता मुंडारी, मुखिया इंद्रजीत उरांव, विश्वजीत प्रधान, सुशील सारंगी, दुलाल सवासी आदि मौजूद थे.