खरसावां : खरसावां के कृष्णापुर उत्क्रमित उच्च विद्यालय में देशरत्न डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की जयंती मनाई गई. इस दौरान उनका पुण्य स्मरण करते हुए दीप प्रज्वलन किया गया और उनके चित्रपट पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. प्रभारी प्रधानाध्यापक बुधराम गोप ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर रोशनी डालते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सीवान जिले के जीरादेई नामक गांव में हुआ था. ‘सादा जीवन,उच्च विचार’ के धनी कुशाग्र बुद्धि राजेंद्र बाबू ने लगातार 12 वर्षों तक राष्ट्रपति पद की शोभा बढ़ाई. ये भारतीय संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष भी रहे.
उन्होंने बताया कि सन् 1962 में इन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया. अपनी अमर कृति ‘आत्मकथा’ व ‘इंडिया डिवाइडेड’ के लिए ये सदैव याद किए जाएंगे. छात्रा दीपावली गोप ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका कार्यकाल उनकी मानवता, निष्पक्षता, सादगी व भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रति समर्पण के लिए सदैव याद किया जाएगा. छात्रा पिंकी महतो ने उनके जीवन पर आधारित क्विज़ का संचालन किया. इस दौरान मुख्य रूप से योगेंद्र महतो, महादेव मुंडा, खिरोधर साहू,प्रभा कुमारी, रणवीर महतो, मनोज कुमार,सुभाष चंद्र तांती, गीता महतो, रेणुका महतो तथा भारी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे.