खरसावां: रविवार को खरसावां प्रखंड सभागार भवन में विधिक जागरूकता सह महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष विजय कुमार मौजूद रहे.
राष्ट्रीय महिला आयोग तथा नालसा के तत्वाधान में तथा झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार, झालसा के निर्देशन में बाल विकास परियोजना कार्यालय द्वारा खरसावां क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करनेवाली आंगनबाड़ी के सेविका रीना होनहागा, विमला सोय, विद्याोतमा गोप, कविता महतो, गीता साहू, एवं सहायिका लक्ष्मी रविदास, फुलकुमारी गोप, मेथी महतो, सविता साहू व मनोरमा मोदक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.
साथ ही खरसावां प्रखंड की सहिया, सहायिका, एएनएम, स्वयं सहायता समूह तथा ग्रामीण महिलाओं को विधिक जागरूकता के साथ महिला उत्पीड़न से संबंधित कानून, डायन प्रथा से संबंधित कानून, विधिक सहायता तथा केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया गया. मौके पर श्री कुमार ने कहा कि वे अपने क्षेत्र में लोगों को आज के शिविर से लाभ उठाकर, जागरूक करें और उन्हें अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं से जोड़ने का काम करें. महिलाए अधिक से अधिक संख्या में आगे आए तथा महिलाओं को उनके हक और अधिकार दिलाने में मदद करें.
इस कार्यक्रम को जिला न्यायाधीश द्वितीय कंकण पट्टादार, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मंजू कुमारी ने भी संबोधित करते हुए महिलाओं को समाज में सशक्त भूमिका के लिए प्रेरित किया. अमित शेखर ने महिलाओं के शिक्षित होने और उन्हें रोजगार और समाज की मुख्यधारा से जुड़ने पर जोर दिया, वहीं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने कहा कि अगर महिलाएं शिक्षित होती हैं, और विधिक रुप से जागरूक होती हैं, तो वह एक साथ तीन परिवारों को जागरूक करती हैं. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कुमार क्रांति प्रसाद ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएँ हमारे समाज की रीढ़ की तरह होती हैं,अगर रीढ़ कमजोर हो जाए तो पूरा समाज और देश कमजोर हो जाएगा.
श्री प्रसाद ने महिलाओं को न सिर्फ शिक्षित होने बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर होने के लिए भी प्रेरित किया और सभागार में उपस्थित लोगों को विधिक सहायता से संबंधित प्रावधानों की भी जानकारी दी. कार्यक्रम का संचालन प्रखंड विकास पदाधिकारी गौतम कुमार ने किया. इसके अलावा पीएसवी के माध्यम से डोर टू डोर कैंपेन चलाया गया. इस दौरान मुख्य रूप से बीडीओ गौतम कुमार, सीडीपीओ प्रिया कुमारी, सहिया, सहायिका, एएनएम, स्वयं सहायता समूह तथा ग्रामीण महिलाए उपस्थित रहीं.