खरसावां: पथ निरीक्षण भवन में आदिवासी युवा समन्वय समिति सरायकेला- खरसावां द्वारा आगामी 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाने को लेकर सभी सामाजिक संगठनों की एक बैठक आदिवासी युवा समन्वय समिति सरायकेला खरसावां के अध्यक्ष डेविड कुजूर की अध्यक्षता में की गई. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी सभी संगठनों द्वरा मिलकर खरसावां में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जायेगा. साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा क्षेत्रीय और जनजाति भाषा से मैट्रिक और इंटर पास करने वाले समाज के विद्यार्थियो को सम्मनित किया जाएगा.
विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में सभी सामाजिक युवक व युवतियों को पारंपरिक पोशाक में आने की अपील की गई. साथ ही नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मंच पर नशा पान से दूर रहने, शिक्षा के प्रति जागरूक करने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा किया गया. आदि संस्कृति विज्ञान संस्थान सरायकेला- खरसावां की ओर से गुरु चरण बंकिरा ने कहा की वर्तमान समय के स्थिति को देखते हुए नौजवानों को आगे आकर अपने सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेना होगा. तभी हमारे समाज का भविष्य उज्जवल होगा. खरसावां क्षेत्र में जो भी संगठन सामाजिक कार्यों के लिए अग्रसर रहेगा उनके साथ हम सदा अपने समिति के साथ खड़े रहेंगे. इस सभा का संचालन मुंडारी खुटकटी 39 मौजा दलभंगा के सक्रिय सदस्य रामचंद्र मुंडा द्वारा किया गया. अंत में धन्यवाद ज्ञापन आदिवासी युवा समन्वय समिति सरायकेला- खरसावां के कोषाध्यक्ष सुखराम सोय द्वारा किया गया. श्री सोय ने अपने संबोधन में कहा कि आदिवासी युवा समन्वय समिति सरायकेला- खरसावां का सबसे बड़ा उद्देश्य हमारे खरसावां क्षेत्र के जितने भी सामाजिक संगठन है सभी के साथ समन्वय स्थापित करके आदिवासी समूह के विकास के लिए कार्य करना है. जब तक सभी संगठन किसी भी कार्य को मिलकर नहीं करेंगे तब तक हमारा कार्य धरातल पर सही मायने से नहीं लागू होता है. संगठन तो हमारे यहां बहुत सारे हैं, पर आपस में जब तक हमारा समन्वय नहीं होगा तो इस क्षेत्र का विकास सही से नहीं होगा चाहे वह किसी भी मामले में हो.
ये रहे मौजूद
इस बैठक में मुंडारी खुटकटी 39 मौजा दलभंगा से रामचंद्र मुंडा, आदि संस्कृति विज्ञान संस्थान सरायकेला खरसावां से बाबूराम सोय और गुरु चरण बंकिरा, आदिवासी उरांव सरना समिति जिंलिगदा से राजकिशोर उरांव, उरांव समाज सरना समिति मोसोडीह से इंद्रजीत उरांव, आदिवासी भूमिज मुंडा चुआड़ सेना सरायकेला से दिवाकर सरदार, उरांव समाज सरना समिति आनंदडीह से जितेन उरांव, सोमरा उरांव, दशरथ उरांव, वन रक्षा समिति रायजामा से सुखराम सरदार, आदिवासी भूमिज समाज सीनी से रामू सरदार, आदिवासी भूमिज मुंडा कुचाई समिति से रतन सरदार, सुरेंद्र सरदार ने भाग लिया. इसके अलावा आदिवासी युवा समन्वय समिति के उपाध्यक्ष बिरसा माहली, सचिव राजेश उरांव, कोषाध्यक्ष सुखराम सोय, विष्णु सरदार, कुदराय कुरली, लक्ष्मण हेंम्ब्रम, मुकेश मुंडा, सूरज समाड, विशु रघु, विनीत बोदरा, मानसिंह बानरा, दीपक बंदिया, टाटा चातर, बाबू सिंह चाकी, आदि उपस्थित थे.