खरसावां : खरसावां प्रखंड मुख्यालय में गुरूवार को धान अधिप्राप्ति केंद्र का विधिवत उद्घाटन खरसावां विधायक दशरथ गागराई, जिला आपूर्ति पदाधिकारी झुनूलाल मिश्रा, प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रधान माझी के द्वारा किया गया. सरायकेला खरसावां जिले के दस लैम्प्सों में धान अधिप्राप्ति का केंद्र खोला जाएगा. मौके पर दशरथ गागराई ने कहा कि संकल्प से सिद्धि और सिद्धि से समृद्धि प्राप्त होगी. किसानों के विकास के लिए झारखंड हेमंत सरकार संकल्पित है. सुखाड़ से निपटने और किसानों की हालत सुधारने पर सरकार कार्य कर रही है. किसानों की उन्नति के लिए सरकार ने महत्वपूर्ण कार्य प्रारंभ किया.
उन्होंने कहा कि जब तक राज्य की आधी आबादी से अधिक किसानों का विकास नहीं होगा, तब तक राज्य की प्रगति अधूरी है. किसान की आय मे वृद्धि हेतु सरकार विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रही है. ऐसे मे अति सवेदनशील होकर कार्य करने की आवश्यकता है. किसान अपना धान केन्द्र पर बेचकर न्यूनतम समर्थन मूल्य प्राप्त करे. किसानों को धान बिक्री करने के लिए निबंधन करना आवश्यक है. जिन किसानों ने अब तक अपना निबंधन नहीं करवाया है वे अविलंब निबंधन करवा लें.
मौके पर मौजूद मनेंद्र जामुदा ने कहा कि जैसे ही धान की खरीद पूरी हो जाएगी और सारी औपचारिकताएं खत्म होने के बाद धान की कीमत किसानों के बैंक खाते में सरकार द्वारा ट्रांसफर कर दी जाएगी और फसल बेचने के दो सप्ताह के अंदर किसानों को धान की कीमत प्राप्त हो जाएगी. जिला आपूर्ति पदाधिकारी झुनूलाल मिश्रा ने कहा कि सरायकेला खरसावां जिला में 3 लाख क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य रखा है. पिछले साल की तुलना में इस बार केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा धान का समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है. ऐसे में किसान को 2300 रूपये प्रति क्विंटल धान का मूल्य मिलेगा.
उन्होंने कहा कि किसानों को प्रति क्विंटल धान का मूल्य 2183 रूपये मिलेगा. साथ में 117 रूपये का बोनस सरकार देगा. जिसे मिलाकर किसान को 2300 रूपये प्रति क्विंटल धान का मूल्य मिलेगा. धान अधिप्राप्ति केंद्र में धान बेचने के एक सप्ताह के अंदर 50 फीसदी और दुसरे सप्ताह में 50 फीसदी धान का मुल्य का भुगतान होगा. मौके पर खरसावां विधायक दशरथ गागराई, डीएसओ झुनूलाल मिश्रा, प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रधान माझी, डीसीओ अशोक तिवारी, बीसीओ निर्मल लकड़ा, एमओ शंकर साव, सुरेन्द्र प्रसाद, अजय सामड, मंजू बोदरा, जितवाहन मंडल, कविता पांडे, गोवर्धन राउत, बलभ्रद महतो आदि मौजूद थे.