खरसावां : खरसावां की ओड़िया समाजसेवी सुशील सारंगी ने झारखंड के गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजू गिरि से मुलाकात कर ओड़िया भाषाई अल्पसंख्यकों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण को लेकर एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कहा गया है कि कोल्हान प्रमंडल सहित राज्य के विभिन्न जिलों में छऊ, माधे, बाहा, दासकाठिया, उडिय़ा, नाटक, गुटपोनिला, वादीपाला, छन्दो, लोकगीत, लोकनृत्य, दासांय, पाईका, फिरकाल, कर्मा, बूडीगाड़ी आदि की सांस्कृतिक मान्यता, संरक्षण और विकास, कोल्हान प्रमंडल के विभिन्न जिलों के ओड़िया भाषा के पर्यटन स्थलों का संरक्षण व विकास अति आवश्यक है. उन्हें चिन्हित कर पर्यटन स्थलों का विकास करने, ओड़िया भाषा शिक्षा एवं सांस्कृतिक के विकास के लिए झारखंड राज्य में ओड़िया अकादमी का गठन किया जाय. जिससे शिक्षा एवं संस्कृति की विकास हो.
यह भी कहा गया है कि कोल्हान प्रमंडल में 350 प्राथमिक, मध्य विद्यालयों को हिंदी विद्यालयों में परिवर्तन कर शैक्षणिक कार्य के शिक्षकों का पद भी हिंदी कर दिया गया. पुनः उसकी जांच कर उक्त विद्यालय को ओड़िया विद्यालय घोषित कर सृजित पद पर हिंदी के बदले ओड़िया किया किए जाने, उत्कल सम्मेलनी भुवनेश्वर के द्वारा भाषा साहित्य विकास एवं पठन-पाठन के लिए कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों के ओड़िया भाषा प्रक्षेत्र में अवस्थित विद्यालयों में शिक्षा के लिए मानदेय पर शिक्षक नियुक्त की गई है. उत्कल सम्मेलनी भुवनेश्वर के द्वारा नियुक्ति शिक्षकों को झारखंड राज्य में ओड़िया भाषा के विकास के लिए पारा शिक्षक को सहायक मान्यता देते हुए सहायक अध्यापक के तर्ज पर मानदेय भुगतान करने की मांग की गई. इसके अलावा खरसावां क्षेत्र में गोशाला गौ माता के रखरखाव के लिए गौशाला बनाए जाने सहित कई मांगे की गई हैं.
Reporter for Industrial Area Adityapur