खरसावां के कुम्हारसाई सामुदायिक भवन में सुमन चंद्र महंती की अध्यक्षता में उड़िया समाज की एक सामाजिक बैठक की गई. इस बैठक में उड़िया के संवाद साहित्य संस्थान से आए अतिथियों ने उड़िया भाषा साहित्य एवं संस्कृति के विषय पर महत्वपूर्ण विचार विमर्श किये. ओडिसा से आए हुए डॉ. शुभश्री लेका, इंजीनियर मनोज दलबेहरा, शिवलाल महांती आदि ने उड़िया भाषा साहित्य एवं संस्कृति को जीवित रखने का निर्णय लिया.
साथ ही उड़िया पुस्तकालय विशेष पर चर्चा किया गया. इन संस्थानों को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया गया. डॉ शुभश्री लेंका ने कहा कि इन संस्थानों को पुनर्जीवित करने में संवाद साहित्य संस्थान आगे आएगा. इस दौरान बैठक में मुख्य रूप से सुमन महंती, हरीश चंद्र आचार्य, अजय कुमार प्रधान, सुशील सारंगी, सपन मंडल, बिरोजा पति, सुशांत सारंगी, सुजीत हाजरा, जगजीत सारंगी, शंभू मंडल, चंद्रभानु प्रधान, रंजीत मंडल, भारत चंद्र मिश्रा, शिव चरण महतो, रेणुका महाराणा, झुमीकर, सपना टोपो, कनिका डे, पुष्पा पुष्टि, सविता विषेई, सतावर चैहान आदि उपस्थित थे.