खरसावां: मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हजरत इमाम हसन व हुसैन की कुर्बानी को याद करते हुए खरसावां के बेहरासाई स्थित इमामबाड़ों में मुहर्रम की सातवीं तारीख को नियाज फातेहा किया. कईयों ने डेग चढ़ाकर फातिया करवाया. इस दौरान इमामबाड़ों में चादरपोशी व परचम कुशाई की रस्म भी अदा की गई.
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पांचवी तारीख से इमामबाड़ा में नियाज फातेहा का दौर शुरू हो चुका है. सुबह से लेकर शाम तक नियाज फातेहा का दौर चलता रहा. सातवी से नियाज फातेहा में महिलाओं की संख्या अधिक देखी गई. इस मौके पर मुसलमानों ने रोजा रखकर कुरआन ने पाक की तिलावत व इबादत की. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बताया कि हजरत इमाम हुसैन ने जिस तरह कुर्बानी देकर इस्लाम को जिंदा किया. उसे हमेशा अपने दिलों में रख उन जैसा जज्बा को अपनी जिंदगी में उतारने का अहद करें. हजरत इमाम हुसैन अपनी छोटी सी फौज लेकर नाइंसाफी के खिलाफ खडें होकर जो पैगाम हम सब को दिया, उस पर अमल करना हर मुसलमानों का फर्ज हैं. मुसलमानों जहां भी नाइंसाफी होगी, वहा हजरत इमाम हुसैन को याद करके मुकाबला करते रहेगें. इसी अहद के साथ लोगो ने रोजे रखकर कुरआन पाक की जिलावत की और हजरत इमाम हसन व हुसैंन के नाम नेयाज फातेहा किया. नियाज फातेहा में खरसावां के मुस्लिम समुदाय के अलावा विभिन्न क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हुए. साथ ही मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सुख- शाति की दुआ मांगी.
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