खरसावां/ Ajay Kumar कुड़मी समाज खरसावां- कुचाई ईकाई की ओर से शहीद निर्मल महतो स्मारक भवन खरसावां में कुड़माली भाषा से अध्ययन करने वाले वर्ग 9 से 12वीं कक्षा के छात्र- छात्राओं की अब नि:शुल्क साप्ताहिक पढ़ाई होगी. सोमवार को उक्त भवन का विधिवत उद्घाटन किया गया.

मंच का संचालन गुणधाम मुतरुआर ने किया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि अनूप कुमार सिंहदेव ने कहा कि मातृभाषा संस्कृति को मजबूत करती है और संस्कृति समाज को मजबूत बनाती है. भाषा और संस्कृति एक दूसरे से जुड़े हैं और एक दूसरे को अभिव्यक्त करते हैं. किसी भी देश या समाज की मातृभाषा उसके संस्कृति का प्रतीक है.
वही खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार ने कहा कि भाषा के जरिए ही हम अपनी संस्कृति और उसके मूल्यों को व्यक्त करते हैं. इसलिए मातृभाषा एक व्यक्ति की पहचान, विचारों और भावनाओं का माध्यम होती है. इस दौरान सिंचाई विभाग के एसडीओ मुकेश महतो ने कहा मातृभाषा को संरक्षण देना और उसके संवर्धन की दिशा में प्रयास करना वास्तव में अपनी सभ्यता और संस्कृति को बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है. कार्यक्रम के अन्य विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत शिक्षक सह समाजसेवी ओमप्रकाश महतो, बृहस्पति महतो, रामविलास महतो, शंकर लाल महतो, शिक्षक सुनील चंद्र महतो, शंकर लाल महतो, कैलाश चंद्र महतो, योगेश्वर महतो, शिवचरण महतो, इंद्रजीत महतो आदि ने भी अपने सराहनीय वक्तव्य में विद्यार्थियों को प्रेरणा जगाने के काम किया है. उद्घाटन समारोह में खरसावां और कुचाई प्रखंड के हाई स्कूल में कुड़माली भाषा से पढ़ने वाले लगभग 150 विद्यार्थी शामिल थे. इस समारोह में भारत के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी और चुआड़-विद्रोह प्रथम (1769 – 1778) के महानायक क्रांतिवीर शहीद रघुनाथ महतो के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में 5 अप्रैल को समाज की ओर से खरसावां प्रखंड के बंदीराम ग्राम में मूर्ति स्थापित करने एवं शहादत दिवस मनाने का निर्णय लिया गया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महेश्वर महतो, पंकज महतो, सुभाष महतो, बबलू महतो, अजय महतो, प्रकाश महतो, रुद्रप्रताप महतो, लोकनाथ महतो, दिलीप चांद महतो, तिलक प्रसाद महतो, रमेश महतो, तिलक महतो, महेश महतो आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
