खरसावां: सरायकेला जिले के खरसावां के चिलकू पंचायत भवन परिसर में शुक्रवार को राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड क्षेत्रीय निदेशालय जमशेदपुर के तत्वावधान में आयोजित द्विदिवसीय मनरेगा श्रमिक प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ.
कार्यक्रम के समापन सत्र में बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक संजय कुमार ने मनरेगा श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि गरीबी, अशिक्षा तथा जागरूकता की कमी के कारण के मनरेगा श्रमिकों के जीवन में गुणात्मक परिवर्त्तन नहीं हो पा रहा है. इन समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए उन्होंने शिक्षा की आवश्यकता पर विशेष बल दिया. आगे श्री कुमार ने कहा कि भारत सरकार 26 अगस्त 2021को ई- श्रम पोर्टल प्रारम्भ की है, जिसके तहत मनरेगा श्रमिक अपना निबन्धन कराकर सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ ले सकते हैं. सरकार की बहुत सारी कल्याणकारी योजनाएं चल रही है लेकिन जागरूकता के अभाव के कारण ग्रामीणों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है.
इस अवसर पर बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर गोप भी उपस्थित थे. उन्होंने अपने सम्बोधन में मनरेगा को भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण कानून बताया. जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के श्रम शक्ति को सालाना 100 दिन रोजगार देने का प्रावधान किया गया है, ताकि ग्रामीण क्षेत्र से श्रमिकों का पलायन रोका जा सके एवं उनका सामाजिक तथा आर्थिक विकास सुनिश्चित किया जा सके. मनरेगा के तहत 194/- मजदूरी देने का प्रावधान है. उन्होंने मनरेगा श्रमिकों को कौशल विकास कर स्वरोजगार से जुड़ने का सुझाव दिया.
इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि जगत किशोर प्रधान भी उपस्थित रहे.
उन्होंने अपने सम्बोधन में श्रमिकों के कल्याण में श्रमिक शिक्षा कार्यक्रमों को नितान्त जरूरी बताया. इसमें बोर्ड की अहम भूमिका है. इस कार्यक्रम में 40 श्रमिकों ने भाग लिया. कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक हेमसागर प्रधान ने किया. उन्होंने बीओसी लेबर कार्ड बनाने के तरीके, आधार कार्ड संशोधन प्रक्रिया, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा आयुष्मान भारत योजना के बारे में जरूरी जानकारी प्रदान की.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पंचायत की मुखिया सविता मुंडारी, पंचायत समिति सदस्य श्रीमती ज्योत्सना मंडल, वार्ड सदस्य शम्भू मण्डल, गुलाबी मण्डल, रिंकी मण्डल आदि का सराहनीय योगदान रहा.
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