खरसावां: प्रखंड मुख्यालय के सभागार में सोशल आडिट (सामाजिक अंकेक्षण) को लेकर एक बैठक खरसावां प्रखंड विकास पदाधिकारी गौतम कुमार की अध्यक्षता में की गई. मौके पर श्री कुमार ने कहा कि सोशल आडिट (सामाजिक अंकेक्षण) का मु़ख्य उद्देश्य योजना में जन सहभागिता, पारदर्शिता व जवाबदेही तय करना है.
मसलन मनरेगा में गांव में ही अकुशल श्रमिकों को सौ दिन का काम व पीएम आवास योजना में पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित करना है. उन्होंने बताया कि सोशल आडिट के तहत एक गांव में तीन दिन का रोस्टर निर्धारित किया जाता है. इसमें पहले दिन अभिलेख का सत्यापन, दूसरे दिन गांव में कराए गए कार्यों का स्थलीय सत्यापन के साथ डोर टू डोर श्रमिकों से किए गए कार्य की जानकारी और अंतिम दिन ग्राम सभा की बैठक की जाती है.
इसमें पिछले दो दिनों में पाई गई कमियों के निस्तारण पर चर्चा की जाती है. श्री कुमार ने कहा कि गांव के विकास में रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक व पंचायत सचिव अहम कड़ी हैं. इनकी जिम्मेदारी बनती है कि वे विकास कार्यों में ईमानदारी से अपना सहयोग करें. इस बार वर्ष 2020- 2021 एवं 2021- 22 का सोशल आडिट होगा. इस दौरान पंचायत सचिव, रोजगार सेवक मनरेगा के तहत कराए जाने वाले कार्यों की पत्रावली व अन्य अभिलेख अपडेट रखें ताकि आडिट के दौरान किसी प्रकार की समस्या न उत्पन्न हो. रोजगार सेवकों व मनरेगा से जुड़े कर्मचारियों का आह्वान किया कि वे ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें ताकि आडिट के दौरान कम से कम कमियां उजागर हों.
इस दौरान मुख्य रूप से बीडीओ गौतम कुमार, सहायक अभिंयता गणेश महतो, कनिया अभियता निरज सिन्हा, सकिला टुडू, मुखिया सुनिता तापे, इन्द्रजीत उरावं, सीनी गागराई, रेशमी सोय, रोयवारी माझी, संचारी जोको, नागेश्वरी हेम्ब्रम, सबिता मुंड़ारी, विशलाल मांझी, बीपीओ रानो बास्के, बबलु महतो सहित सभी ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, पीपीओ, मुखिया आदि उपस्थित थे.