खरसावां: प्रखंड में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि जिन लाभुकों के खाते में गई है, वह काफी खुश नजर आ रही है. बड़ी संख्या में महिलाओं के खाते में होली के पहले ही 7500 रूपये आए हैं. वहीं बड़ी संख्या में ऐसी भी महिलायें है जिनके खाते में यह राशि नहीं पहुंची है. ऐसी महिलायें मायूस दिख रही है. जिन महिलाओं के खाते में अभी तक राशि नहीं पहुंची है या फिर इस योजना के लाभ से वंचित हैं, वे प्रखंड कार्यालय से लेकर बैंकों का चक्कार लगा रही है.

खरसावां प्रखंड कार्यालय में हर दिन सौ से अधिक महिलाओं की भीड़ प्रखंड कार्यालय से लेकर बैंक के शाखाओं में पहुंच कर अब तक राशि क्रेडिट नहीं होने की जानकारी ले रही है. प्रखंड कार्यालय खुलते ही मंईयां योजना के लाभुक आधार नंबर, मोबाइल नंबर तथा बैंक अकाउंट नम्बर लेकर अंचल कार्यालय पहुंच रही है और ऑपरेटर से कम्प्यूटर में जांच करवा रही है. शुक्रवार को भी कार्यालय में भारी संख्या में महिलाओं का आना- जाना दिन भर चलता रहा. वहीं कंप्यूटर ऑपरेटर भी मंईयां को जबाब देते- देते थक गए. लाभुकों में बेसब्री इसलिए है कि कुछ लाभुकों के खाते में होली से पहले ही 7500 रुपए आ गये हैं. जिन महिलाओं की राशि नहीं आई है उनके मन में विभिन्न तरह के सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि सरकार द्वारा मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का सत्यापन भी कराया जा रहा है. कहीं सत्यापन में उनका नाम तो नहीं कट गया. इसलिए महिलाएं जांच कराने अंचल कार्यालय का चक्कर काट रही हैं. कई कठिनाई का समना करते हुए दूर- दराज के ग्रामीण इलाकों से महिलाएं मुख्यालय व बैंक पहुंच रही हैं. करीब एक सप्ताह बाद भी बैंक खाते में इस योजना की राशि क्रेडिट नहीं होने के कारण महिलायें जानकारी लेने को आतुर हैं कि आखिर उनके खाते में राशि अभी तक आई क्यों नहीं आई ? भीड़ के बीच गुरुवार व शुक्रवार को अधिकारी, कर्मचारी भी परेशान दिखे. लाभुकों के सुविधा को देखते हुए इसके लिये अलग काउंटर भी बनाए गए है. अधिकारियों के देखरेख में कंप्यूटर ऑपरेटर व कर्मचारी अब तक खाते में राशि क्रेडिट नहीं हो पाने के कारण का जवाब भी दे रहे है. कर्मचारियों के अनुसार ज्यादातर बैंक खातों से आधार कार्ड लिंक नहीं रहने के मामले सामने आ रहे हैं. कुछ का आनलाइन खाता नंबर, बैंक कोड व आधार कार्ड नंबर डालने में गड़बड़ी हुई, जिसमें आवेदन देकर सुधार कराने को कहा जा रहा है. वहीं जिन महिलाओं का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक नहीं है, उन्हें कराने की सलाह दी जा रही है. कई महिलाओं का सब कुछ सही रहने के बावजूद भी बैंक खाते में राशि क्रेडिट नहीं हो पायी है.
दूसरी और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया “एक्स” पर ट्वीट करते हुए कहा है कि “राज्य सरकार द्वारा मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों का सत्यापन किया जा रहा है” जिन महिलाओं को इस योजना के तहत राशि नहीं मिली है, वे प्रखंड/ अंचल कार्यालय, बैंक और प्रज्ञा केंद्रों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. उन्हें यह पता नहीं चल पा रहा कि उनका आवेदन अस्वीकृत क्यों हुआ ? बिचौलिए इस स्थिति का फायदा उठाकर महिलाओं से गलत तरीके से पैसे वसूल रहे हैं.
बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग कर आग्रह किया है कि मंईयां सम्मान योजना की अस्वीकृत सूची को अंचल कार्यालयों में सूचना पट पर प्रदर्शित किया जाए. साथ ही आवेदन अस्वीकृत होने का कारण भी स्पष्ट रूप से बताया जाए, ताकि सभी महिलाएं वैध दस्तावेज जमा कर मंईयां सम्मान योजना का लाभ उठा सकें.
