खरसवां/ Pankaj Mahato प्रखंड के बुरुडीह पंचायत के रुद्रपुर (सोसोगुटू) गांव में वार्षिक ‘मागे पर्व’ का आयोजन किया गया. मागे पर्व की शुरुआत गांव के दिउरी द्वारा जाहेरथान पर पूजा- अर्चना कर गांव के सुख- शांति और समृद्धि की कामना की गयी. इसके पश्चात लोगों ने मांदर की थाप व पारंपरिक मागे गीतों पर कंधे से कंधा मिलाते हुए नृत्य किया.
कार्यक्रम में पहुंचे स्थानीय विधायक दशरथ गागराई ने भी ग्रामीणों के साथ मांदर पर थाप देते हुए नृत्य किया. मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि मागे पर्व सृष्टि की रचना का पर्व है. उन्होंने कहा कि मागे पर्व कोल्हान की पारंपरिक व सांस्कृतिक धरोहर है. उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति व परंपरा ही हमारी पहचान है. विधायक ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति, परंपरा को ओर अधिक सशक्त बनाना है. इसके लिये सभी की भागीदारी जरुरी है. उन्होंने युवा पीढ़ी से अपनी परंपरा व सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने की अपील की. मागे नृत्य का कार्यक्रम देर रात तक चला. इस दौरान गांव के लोग पारंपरिक परिधान के साथ देर राततक मांदर की थाप व सुरीली मागे गीतों पर लय से लय मिलाते हुए थिरकते रहे. कार्यक्रम में मुख्य रुप से सामाजिक कार्यकर्ता बासंती गागराई, जिप सदस्य काली चरण बानरा, मिनारी बोदरा, रानी बानरा, जमुना तांती, नामसी मुंडा, अजय सामड, अरुण जामुदा, साधु चरण सोय, रानुराम सोय समेत गांव के ग्रामीण उपस्थित थे.