खरसावां मां काली की भक्ति में डूबा हुआ है. भक्तिमय माहौल के बीच खरसावां में चल रहे प्रसिद्ध तेलीसाई पदमपुर मां काली 125 वां का मेला के तीसरा दिन भक्तों का हुजूम उमड पड़ा. काली के दर्शन को लेकर बडी संख्या में लोग पहुचे. और पारम्परिक तरीके से पूजा अर्चना कर कई कामना की गई.
साथ ही मनोकामना पूर्ण होने पर सैकडों भक्तों ने मां काली के दरबार में बकरे की बलि चढाई गई. मां काली के दर्शन को लेकर भक्तों की दौड में भारत सरकार के जनजातीय केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा भी शामिल हुए. मां के समक्ष शीश झुकाते हुए राज्य की खुशहाली की कामना की
मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि मां काली आस्था व विश्वास दूर- दूर तक फैली हैं. जो भक्तों को खी लाती है. मां के दर्शन से विकास की प्रेरणा मिलती है. मां काली का पूजा- अर्चना अगले चार दिनों तक चलेगी. इस मेला में महिला, पुरूष, बच्चे व बुजुर्ग सहित सभी वर्गो के लिए मनोरंजन की व्यवस्था की गई है. मंदिर में मत्था टेकने के बाद भक्तों की टोली के लिए ओडिया नाटक, महिलाओं के लिए झूला, थ्री-डी झूला, बुगी- बुगी, मौत का कुआ, चाईनीज व इंडियन लजीज व्यंजनों, फाटो स्टुडियो, खिलोने की दुकान, क्रासमेब्कि की दुकान, मनिहारी दुकान, चुडियो की दुकान, चप्पल जुते की दुकान, आदि लगा है.
भाईचारे का प्रतीक है पदमपुर मेला: मुंडा
भारत सरकार के जनजातीय केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि दिवाली का त्योहार भाईचारे एकता का प्रतीक होता है. इसलिए इसे हम सभी को मिल जुलकर मनाना चाहिए. उन्होने कहा कि खरसावां के तेलीसाई पदमपुर मां काली मेले से समाज में सुख-समृद्वि में भाईचारे को बढावा मिलता है. इस लिए मेला के सफल आयोजन से हमारी युवा पीढी को हमारी संस्कृति का आभास हो सके. उन्होने आवहान किया कि मेले में आपसी एकता का परिचय दे.
ये थे मौजुद
पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष उदय सिंहदेव, सुधीर मंडल, सुब्रतो सिंह, रघुनाथ सिंह, अनिरुद्ध सिंह, सुशील सांडगी, आदि मौजुद थे.
Reporter for Industrial Area Adityapur