खरसावां: कुम्हारसाई काली मंदिर में काली पूजा के अवसर पर महावीर संघ ओपेरा द्वारा ओडिया ओपेरा सदोबा साजी छी विधवा भेसों नामक उडिया नाटक का मंचन किया गया. इस नाटक का उदघाटन सेवानिवृत शिक्षक कामाख्या प्रसाद षाड़ंगी द्वारा किया गया.
मौके पर भक्तों को संबोधित करते हुए श्री षाड़ंगी ने कहा कि नाटक हमारे संस्कृति का परिचालय है. इस नाटक के माध्यम से हम अपनी संस्कृति को सुरक्षित रखने में सफल है. जीवन एक कला है. जीने की कला ही जीवन का सारांश और जीवन का रस है. उन्होने कहा कि हमें विधि- विधान व मान्यताओं के आधार पर जीना चाहिए. साथ ही मान्यताओं के आधार पर आगे बढने की प्रेरणा लेनी चाहिए. वहीं अपने अधिकार को लेकर हमें हमेशा सचेत व सहज रहना चाहिए.
गांव में पूजा- अर्चना परिवार, घर, गांव, समाज में सुख-शांति के लिए करते है. ओडिसा के बालेश्वर से आए कलाकारों ने खरसावां के कलाकारों के साथ बाप- बेटा के संबधों पर आधारित पारिवारिक संदेश दिया. नाटक से पहले कलाकारों ने अपने गीत व संगीत के माध्यम से समां बांध दिया. नाटक के उदघाटन के दौरान मुख्य रूप से सेवानिवृत शिक्षक कामाख्या प्रसाद षाड़ंगी, मनबोध मिश्रा, सुशांत षाड़ंगी, सुशील षाड़ंगी, सुजीत हांजरा, सरोज मिश्रा, जितेन घोडाई, आशीष षाड़ंगी, भानु प्रताप नंद, पुरेदु राउत, एस महांती उपस्थित थे.
Reporter for Industrial Area Adityapur