खरसावां: कृषि तकनीकी सूचना केंद्र में कृषक मित्रो और जनसेवको के बीच किसान गोष्ठी सह जागरूकता अभियान के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में मिशन लाइव पर्यावरण पूरक जीवन पद्धति पर विस्तृत जानकारी दी गई.
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कृषि विज्ञान केन्द्र की अंजली मिश्रा ने गोबर- धन योजना के उदेश्य से कृषक मित्रों एवं जनसेवकों को अवगत कराया गया. जिसमें जीवामृत बनाने की विधि, वर्मी कम्पोस्ट बनाने की विधि बतायी गयी. इसके तहत किसानों को मिट्टी की उर्वरता बरकरार रखने हेतु एफओएम एवं एलएफओएम पद्धति अपनाने की सलाह दी गई.
बताया गया कि आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर कम खर्च में अधिक उपज लेकर आय में वृद्धि कर सके. इसके अलावे उच्च प्रमेद का बीज चयन करने, मोटे अनाज की खेती करने के लिए प्रेरित किया गया. वहीं बताया गया कि गोबर- धन योजना से गांव में मवेशियों के गोबर और अन्य जैविक कचरे का प्रबंधन करने में स्थानीय लोगों की सहायता की जाएगी. प्रबंधन हेतु संयंत्र लगाए जाएंगे जिससे लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे और आय का अतिरिक्त स्रोत भी प्राप्त होगा. यही नहीं इन संयंत्रों की मदद से बायोगैस और जैविक खाद भी बनाई जाएगी. इसके उपयोग से किसानों की आय भी बढ़ेगी और घरेलु बचत भी की जा सकेगी. इस दौरान मुख्य रूप से बीटीएम रतन टोप्पो, एटीएम सुखलाल सोय, कृष्क मित्र व जनसेवक आदि उपस्थित थे.
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