खरसावां: गुरुवार को पथ निरीक्षण भवन में झारखंड भाषा एवं खतियानी संघर्ष समिति की एक खरसावां विधानसभा स्तरीय बैठक सुरेश चन्द्र सोय की अध्यक्षता में की गई. इस बैठक में झारखंड के स्थायी एवं स्थानीय निवासियों की पहचान हेतु कानून पर चर्चा की गई. वक्ताओं ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि झारखंड राज्य की भौगोलिक सीमा में निवास हो एवं स्वयं अथवा पूर्वज के नाम सर्वे खतियान में दर्ज हो.
भूमिहीन के मामले में उसकी पहचान संबंधित ग्राम सभा द्वारा की जाएगी, जो झारखंड में प्रचलित भाषा संस्कृति एवं परंपरा पर आधारित हो. किसी व्यापार नियोजन एवं अन्य कारणों से झारखंड राज्य की भौगोलिक सीमा में विगत 30 वर्ष या अधिक अवधि से निवास करता हो, अंचल संपत्ति अर्जित की हो या ऐसे किसी व्यक्ति की पत्नी, पति, सतान हो एवं झारखंड में निवास करने की पतिब्रद्वता करता हो, झारखंड राज्य सरकार द्वारा संचालित मान्यता प्राप्त संस्थानों निगम आदि में नियुक्त एवं कार्यरत पदाधिकारी कर्मचारी या पत्नी, पति, संतान हो एवं झारखंड राज्य में निवास करने की अहर्त्ता पूरी करता हो के तहत कानून बनाने की मांग की गई.
इस बैठक में मुख्य रूप से राम रतन महतो, जितेन्द्रर महतो, प्राण मेलगाड़ी, सत्यनारायण महतो, सुशील कुमार महतो, दिलीप कुमार मुखी, बाबलु महतो, सत्येन्द्रर मुंड़ा, इद्रजीत महतो, कपुर महतो, सत्यनारायण तांती, विजय महतो, भीमसेन महतो, विमल कुमार महतो, विशकेशन महतो, संयोगी सोय, तजन महतो, हरि महतो, सुखदेव बोदरा, निर्मल कुमार महतो, मनमोहन महतो आदि उपस्थित थे.
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