खरसावां: पथ निरीक्षण भवन मे झारखंड आंदोलनकारियों की एक बैठक झारखंड आंदोलनकारी सनातन सिंह कुंटिया की अध्यक्षता में की गई. इस बैठक में झारखंड आंदोलनकारी मंच के मुख्य संयोजक धनपति सरदार के उपस्थिति में निर्णय लिया गया कि आगामी 1 जनवरी 2024 को मनाये जाने वाले खरसावां शहीद दिवस पर शहीदो को श्रद्वाजंलि दी जाएगी. साथ ही अंतिम विचार विमर्श किया गया.
वही सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि आंदोलनकारियों से संबधित और झारखण्ड के आदिवासी- मूलवासियों की स्थिति, स्थानीय नीति, नियोजन नीति, विस्थापन नीति, पुर्नवास नीति आदि से संबधित झारखण्ड सरकार के नाम खुला पत्र जारी करेंगे. इसके अलावे झारखण्ड के विकास से संबंधी कार्यक्रम निर्धारित कर संचालित किया जायेगा. झारखंड आंदोलनकारी मंच के मुख्य संयोजक धनपति सरदार ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितिकरण आयोग के गठन हुए 11 वर्ष बीत गए, इसके बावजूद सरकार झारखंड आंदोलनकारियों को चिन्हित करने में नाकाम है. आज भी झारखंड आंदोलनकारियों मान- सम्मान से वंचित है. झारखंड आंदोलनकारी मंच ने मान- सम्मान व पेंशन दिलाने की मांग को लेकर सरकार से कई बार गुहार लगाई है. इसके बावजूद आज भी उन्हे मान- सम्मान नही मिला है. इस बैठक में मुख्य रूप से मंच के मुख्य संयोजक धनपति सरदार, मनोज कुमार मुदुईया, बुधराम सोय, लुबूराम सोय, केपी सेठ सोय, सिदेश्वर बानरा, डेविड सिंह कालुन्डिया, सिदियु बानरा, हरिश चन्द्र बानरा, राम कृष्णा मुंडारी, कोकिल कैशरी, राजेश मुन्डरी, राजकुमार महतो, हरिचरण सोय उर्फ लादेन, संतीश होनहागा, आदि आंदोलनकारी उपस्थित थे.