खरसावां पथ निरीक्षण भवन में जन समस्याओं को लेकर बुद्विजीवी मंच की एक बैठक पूर्व प्रमुख विद्या विनोद सिंहदेव की अध्यक्षता में की गई. बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित ईचागढ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह, जिला परिषद सदस्य लक्ष्मी सरदार के उपस्थिति में खरसावां में बंद पडी अभिजीत कंपनी, खरसावां के निर्माणाधीन पांच सौ बेडेड अस्पताल अस्पताल, एप्रोज रोड के बिना खरसावां- सरायकेला मुख्य मार्ग के अंतर्गत खापरसाई स्थित संजय नदी में बेकार पडा गोविदपुर, खरसावां के हुड़ागदा में निर्माणाधीन सुरू सिचाई परियोजना, खरसावां के बडाबाम्बो थाना, बडाबाम्बों- चक्रणरपुर मार्ग आदि समस्याओं के समाधान को लेकर खरसावां विधानसभा क्षेत्र के 47 पंचायतों में खरसावां बिकास संघर्ष समिति के बैनर पर हस्ताक्षर अभियान चलाने का निर्णय लिया गया.
साथ ही समस्याओं के समाधान की मांग पर पंचायती राज्य के जनप्रतिनिधि, विधायक, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के नाम पर ज्ञांपन सौपने का निर्णय लिया. जनता की आवाज को सड़क से लेकर सदन तक पहुचाने का निर्णय लिया गया. मौके पर श्री सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार खरसावां में वर्षो से बंद पड़ी अभिजीत कंपनी को जल्द से जल्द चालू करे, अन्यथा रैयतों को जमीन वापस करे. किसानों व रैयतों ने कंपनी को प्लाट लगाने तथा प्लाट में रोजगार देने के लिए जमीन दी थी. परंतु अब उनके पास न तो जमीन बची और न ही मिली. उन्होने कहा कि प्लाट बंद होने से रैयतो की आर्थिक स्थिति दिनो दिन खराब हो रही है. कई रैयत नौकरी के इंतजार में स्वर्ग सीधार गए. अभिजीत कंपनी को जमीन रोजगार के लिए दिया था. कंपनी जल्द से जल्द चालू कर रोजगार दे, अन्यथा जमीन वापस कराने की दिशा में सरकार काम करे.
जनसमस्याओ को लेकर होगा आंदोलन: लक्ष्मी
सरायकेला जिला परिषद सदस्य लक्ष्मी सरदार ने कहा कि खरसावां विधानसभा क्षेत्र के जनसमस्याओ को लेकर आंदोलन होगा. इसके लिए बुद्विजीवी के मार्गदर्शन से युवाओं को आगे आने की जरूरत है. उन्होने ने कहा कि अपनी समस्याओं को लेकर सरकार का जगाने की जरूरत है. अपनी मांगो के माध्यम से सरकार को खरसावां विधानसभा क्षेत्र की जनसमस्याओं से अवगत कराने का काम करेगे.
थे मौजूद
ईचागढ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह, जिला परिषद सदस्य लक्ष्मी सरदार, पूर्व प्रमुख विद्या विनोद सिंहदेव, राजकिशोर महतो, दिलीप प्रधान, मनोज नायक, मनबोध महतो, खालिद खान, सुरज हेम्ब्रम, जगदीश मंडल, जगबंधु प्रधान, कमल कृष्ण साव, जीतमोहन महतो, मेघनाथ प्रधान, भवेश मिश्रा, मुकेश महतो, मो वसीर, मंगला उरावं, संतोष महतो आदि मौजूद थे.
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वर्ष 2014 बंद पड़ी अभिजीत कंपनी
खरसावां में विकास की योजनाऐं क्षेत्र की उपलब्धियां तो हैं, परन्तु क्षेत्र के प्रत्यक्ष रोजगार के साधन अब तक अधूरे है. वर्ष 2014 से अभिजीत इस्पात कारखाना पूर्ण होने के बावजूद उसके मालिक मनोज जयसवाल का नाम कोयला घोटाले से जुडने के कारण अब तक शुरु नहीं हो पाया हैं. इस कंपनी के खुलने का लोगों को आज भी इंतेजार है. क्षेत्र की अधिकांश आबादी अब तक कृषि पर निर्भर है. अगर सुरु सहित अन्य सभी योजनाऐं पूरी होती है तो निश्चित रुप से खरसावां विधानसभा की जनता को रोजगार मिलेगा.
सुरू सिंचाई परियोजना में 28 करोड हों चुके खर्च
महत्वकांक्षी सुरू सिंचाई परियोजना पर अत तक 28 करोड़ रूपये खर्च हो चुका है. मात्र 44 प्रतिशत सूरू सिंचाई परियोजना का काम पूरा हुआ है. लगभग 56 प्रतिशत काम अधुरा पड़ा है. सूरू सिंचाई परियोजना साइट पर विगत 20 मई 2019 को हुई नक्सली घटना के बाद से निर्माण कार्य बंद पड़ा है. इस योजना पर 65 करोड़ रूपये खर्च होना है.
अस्पताल में खर्च 103 करोड, कार्य 45 प्रतिशत
खरसावां के आमदा में करीब 154 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन पांच सौ बेडेड अस्पताल ग्यारह वर्ष बाद पूर्ण नहीं हुआ है. अस्पताल में अब तक 103 करोड रूपये खर्च हो चुके है. जिसमें से अस्पताल का निर्माण कार्य मात्र 45 प्रतिशत कार्य पूरा हो सका है. लगभग 65 प्रतिशत कार्य अब भी बाकी है. लगभग 51 करोंड रूपये शेष बचे है. अस्पताल में खर्च की गई राशि में से सिर्फ बिल्डिंग का स्ट्रक्चर ही खड़ा हुआ है. बिल्ड़िग के फेन्सिंग का कार्य बाकी है. इसका शिलान्यास 12 नवबंर 2011 में हुआ था.
एप्रोच रोड नही होने से पुलिया बेकार
सरायकेला- खरसावां मुख्य सडक पर खापरसाई के समीप संजय नदी पर लगभग सात करोड से बना पुल एप्रोज रोड के बिना बेकार पड़ा है. यह पुल सात साल पहले बना था. लेकिन एप्रोच रोड नही होने से पुलिया बेकार है. जिसमे आज भी आवागमन में परेशानी हो रही है. फिलहाल वाहनों का आवागमन संजय नदी के पुराने पुल से ही हो रहा है.