खरसावां: कुम्हारसाई में दल पूर्णिमा सह होली के अवसर पर श्रीश्री महावीर संघ संकीर्तन समिति कुम्हारसाई द्वारा प्रत्येक वर्ष की भाति इस वर्ष भी चौबीस प्रहर हरि नाम संकीर्तन का आयोजन किया गया जो शुक्रवार को सम्पन्न हुआ.
विगत 7 मार्च से शुरू हुआ हरि संकीर्तन शुक्रवार को संपन्न हुआ. परंपरा के अनुसार हरि संकीर्तन के दौरान कुम्हारसाई के लोग रंगो का होली नही खेलते है. इनकी होली हरि संकीर्तन के समापन के साथ शुरू होती है. कुम्हारसाई में राजा- रजवाडे काल से चौबीस प्रहर हरि संकीर्तन का आयोजन किया जा रहा है.
गंधाधिवास के साथ शुरू हुए हरि संकीर्तन में कुम्हारसाई, बजारसाई सहित आसपास गांवो से भक्तों की भारी भीड ने राधा कृष्णा हरि संकिर्त्तन का आनंद उठाया और भगवान राधा- कृष्णा की पूजा- अर्चना कर गांव की सुख- शांति की कामना की. हरि संकीतन में पहुंचकर श्रद्वालुओं ने पूजा- अर्चना किया. और क्षेत्र के सुख- शांति की प्रार्थना की.
कुम्हारसाई हरि संकीर्तन कार्यक्रम में कासबुहाल पुरूलिया, परसा, गम्हारिया, मेदनीटांड पुरूलिया, धोवेड़ा, आमड़ाबड़ा के प्रसिद्ध कीर्तन मंडली ने भाग लिया. हरि संकीर्तन के दौरान भक्तों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी.
बताया जाता है कि कुम्हारसाई में विगत सौ सालों से हरि नाम संकीर्तन का आयोजन होता आ रहा है. इस हरि नाम संकीर्तन में केदार दास, सुशांत सारंगी, सुजीत हाजरा, तिली पात्रो, जगजीत सांड़गी, सरोज मिश्रा, विश्वजीत दास, दिनेश कुमार दास, अभय दास, नकुल कुंभाकार, आशीष सांडगी, झूलन मिश्रा, सुभाष बारी, चंडी मिश्रा आदि का योगदान महत्वपूर्ण रहा.