खरसावां/ अंचल के रंगोगोड़ा के आदिवासी टोला में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर पीलर और तार से घेराबंदी करने का एक मामला प्रकाश में आया है. अवैध कब्जा की गई उक्त जमीन पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मिली भगत से जलमीनार का निर्माण किया गया है. जिसका जांच खरसावां अंचल अधिकारी गौतम कुमार अंचल निरीक्षण, राजस्व कर्मचारी और अमीन द्वारा किया गया.
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जांच के क्रम में पाया गया कि खरसावां अंचल के रंगोगोड़ा मौजा के थाना नं0-168, खाता संख्या-151, प्लॉट संख्या-592 में 2. 84 एकड एवं प्लॉट संख्या-593 में 65 डेसिमिल सहित कुल 3. 49 एकड़ जमीन अनाबाद बिहार सरकार एवं वर्तमान में अनाबाद झारखंड सरकार के नाम पर दर्ज है. इसमें से प्लॉट संख्या-592 में 2. 84 एकड़ जमीन से 1 एकड जमीन की बंदोवस्ती की गई है. शेष 2. 49 एकड़ सरकारी जमीन पर धनपत महतो, पिता-स्व. शंकर सेन महतो नामक व्यक्ति पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप है.
खरसावां अंचल अधिकारी श्री कुमार ने बताया कि सरकारी जमीन के जांच के क्रम में पाया गया कि रंगोगोड़ा मौजा के प्लोट संख्या-592 एवं 593 के 2. 49 एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर धनपत महतो नामक व्यक्ति द्वारा उक्त जमीन पर पीलर और तार से घेराबंदी कर लिया गया है. साथ बिना जांच पड़ताल कर अवैध कब्जा जमीन पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा जलमीनार का निर्माण किया गया है. जिसे ग्रामीणो को जलमीनार के लाभ से वंचित रखा है. सीओ ने कहा कि सरकारी मापंदडो के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
अवैध कब्जा वाली सरकारी जमीन से लोग करते थे आवाजाही
खरसावां के रंगोगोड़ा के आदिवासी टोला में अवैध कब्जा की गई सरकारी जमीन पर आदिवासी समाज के ग्रामीण आवाजाही करते थे. सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर घेराबंदी करने के बाद ग्रामीणों को रैयती जमीन पर चलने को मजबूर किया जा रहा है. ग्रामीणों ने उपायुक्त से गुहार लगाते हुए 25 आदिवासी परिवार के आवागमन सुलभ करने की मांग की है.
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