खरसावां (प्रतिनिधि) देश की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले जवानों की याद में बुधवार को खरसावां छऊ नृत्य कला केन्द्र में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए सरायकेला प्रखंड विकास पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार ने कहा कि देश पर कुर्बान हो जाने वाले शहीदों के कारण ही हम आज आजादी की खुली हवा में सांस ले पा रहे है. हम सभी का कर्तत्व है कि शहीदों को न भूले और बच्चों व युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित करे.
उन्होने कहा कि जिले की मिट्टी में कला- संस्कृति रचा- बसा है. कला सिर्फ पहचान ही नही बल्कि ये सरायकेला- खरसावां की कला संस्कृति का प्रतीक बन चुका है. भारतीय संस्कृति में धार्मिक पंरपराओ, कला- संस्कृति और मूल्यों का सदियों से एक विशेष स्थान रहा है. जिसके जरिये हमें न केवल अपनी संस्कृति और सभ्यता को करीब से जानने का मौका मिलता है.
वहीं खरसावां प्रमुख मानेन्द्र जामुदा ने कहा कि इस कार्यक्रम में विभिन्न्न कलाओं का संगम देखने को मिला है. यह कार्यक्रम देश के वीर शहीदों को समर्पित है. कलाकारों ने देश की आजादी के लिए शहीद हुए वीर सपूतों की याद में यह कार्यक्रम का आयोजन किया है जो सहारनीय है. शहीदों के शहादत का परिणाम है गणतंत्र दिवस.
कला केन्द्र के मंच पर बांसुरी से राष्ट्रीय धुन, सांस्कृतिक नृत्य, देश भक्ती संगीत, रिकाडिग नृत्य, छऊ नृत्य की भव्य प्रस्तृती देकर वीर शहीदों को श्रद्वांजलि दी गई. एक शाम शहीदो के नाम कार्यक्रम में छऊ नृत्य कला केन्द्र के कलाकारों ने आयो रे शुभ दिन आयो रे…स्वागत गीत की प्रस्तृती दी.
कन्या बालिका मध्य विधालय खरसावां की बालिकाओं ने तुम्हारे संग देखा होबे…, लोक कला मंच ने सखी संग गेलो रे नदिया किनारे.., आदर्श मध्य विधालय खरसावां के छात्रा- छात्राओं झारखंड की धरती.., खरसावां कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की बालिकाओं के द्वारा दिल दिया है जान भी देंगे ए वतन तेरे लिए.., प्लास टू उच्च विद्यालय खरसावां द्वारा संदेशे आते है… , एम्बीसन पब्लिक स्कूल तेलीसाई द्वारा तेरी मिट्टी में मर जावां…, ब्लू बेल्स इंगलिश स्कूल खरसावां द्वारा ए मेरे वतन के लोगो.. , अमारे सोनार झारखंड… की प्रस्तुती दी गई.
इस दौरान प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, बीडीओ मृत्युंजय कुमार, डिप्टी कलेक्टर सुधा वर्मा, निदेशक निवेदिता राय, थाना प्रभारी पिन्टु मेहता, जिप कालीचरण बानरा, डीएसए वरीय उपाध्यक्ष उमेश सिंहदेव, डीएसए सचिव मो. दिलदार, मुखिया सुनिता तापे, प्राचार्य भीष्म कुमार, पंकज कुमार सिंहदेव, अनूप सिंहदेव, सुमित पटनायक, डोमनिक राज, उमा कुमारी चन्द्र शेखर महन्ती आदि उपस्थित थे.