खरसावां: झारखण्ड में तसर रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर चर्चा एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. केन्द्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान रांची के निदेशक डॉ एनबी चौधरी के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की टीम ने चक्रधरपुर, चाईबासा एवं खरसावां परिक्षेत्र का दौरा भी किया.


इस दौरान टीम ने फार्म एवं प्रक्षेत्र में चल रहे कीटपालन इत्यादि का अवलोकन किया. निदेशक ने पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल के साथ तसर रेशम उद्योग में उद्यमशीलता के अवसरों पर चर्चा किया. साथ ही झारखण्ड में तसर उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए कार्यप्रणाली को सुदृढ़ करने पर चर्चा किया.
इस अवसर पर झारखण्ड में तसर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोणष् पर चर्चा की गई. केन्द्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान रांची के वैज्ञानिक डा जगदज्योति बी, डॉ जयप्रकाश पांडेय भी इन कार्यक्रमों के दौरान सहभागी रहे व विचार व्यक्त किए. निदेशक ने कोल्हान परिक्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण तसर उत्पादन को बढ़ाने के लिए हर संभव तकनीकी सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया.
इस अवसर पर तसर भोज्य पौधा जरूल के बारे में भी चर्चा किया गया. केन्द्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान रांची की टीम ने कच्चा माल बैंक, अग्र परियोजना केन्द्र खरसावां, अग्र परियोजना केन्द्र चाईबासा, अग्र परियोजना केन्द्र चक्रधरपुर का भ्रमण किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ जयप्रकाश पाण्डेय, वैज्ञानिक-डी ने किया. इस अवसर पर वैज्ञानिक बी डॉ बी जगदज्योति, सहायक निदेशक केके यादव, पीपीओ प्रदीप कुमार, केबीके के वैज्ञानिक डॉ संजय कुमार आदि ने भाग लिया.
