रांची/ K. D. Rao खरसावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन का निर्माण कार्य लंबित है. सरकार की ओर से स्वीकृति मिलने के बावजूद, भूमि पर मौजूद वृक्षों के पातन की अनुमति न मिलने के कारण यह परियोजना अभी भी प्रारंभ नहीं हो पाई है. झारखंड विधानसभा के मौजूदा मानसून सत्र में विधायक दशरथ गागराई द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब बताया गया कि झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड, रांची द्वारा जारी पत्रांक-1780 (नि.) दिनांक 27.07.2024 के अनुसार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य मौजा-164, खाता-1000, प्लॉट-575 पर प्रस्तावित है. इस स्थल पर कई वृक्ष मौजूद हैं, जिनके पातन के बिना निर्माण कार्य आरंभ करना संभव नहीं है.
परियोजना कार्यान्वयन इकाई, सरायकेला द्वारा पहले 11.05.2023 को और फिर 13.02.2024 को सरायकेला- खरसावां के वन प्रमंडल पदाधिकारी से पेड़ों के पातन की अनुमति मांगी गई थी. इसके पश्चात, 05.03.2024 को हुई उच्च स्तरीय समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि 37 वृक्षों में से 4 वृक्षों को ट्रांसप्लांट किया जाएगा, जबकि शेष 33 वृक्षों को पातन की अनुमति दी जाएगी. पीआईयू (प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट) द्वारा दिनांक 15.04.2024 को ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत किया गया था. इसमें कुछ त्रुटियों के कारण सरायकेला वन प्रमंडल ने आवेदन को सुधारकर पुनः प्रस्तुत करने का निर्देश दिया.
बताया गया कि त्रुटियों के निराकरण के बाद, 24.06.2024 को पुनः ऑनलाइन आवेदन किया गया, लेकिन अब तक अनुमति प्राप्त नहीं हुई है. झारखंड राज्य स्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में झारखंड विधानसभा में गैर सरकारी संकल्प के माध्यम से यह मामला उठाया है, जिसमें राज्य सरकार से अनुरोध किया गया है कि वे इस मामले में शीघ्रता से कार्रवाई करें ताकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ हो सके.
स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अनुसार, पेड़ों के पातन की अनुमति मिलते ही स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा. यह स्वास्थ्य केंद्र स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. झारखंड सरकार की ओर से कहा गया है कि स्वास्थ्य केंद्र की इस परियोजना को प्राथमिकता से लिया जा रहा है और सभी आवश्यक प्रक्रिया शीघ्र पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. राज्य सरकार इस निर्माण कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने की दिशा में तत्पर है, लेकिन वर्तमान में वृक्ष पातन की अनुमति मिलने का इंतजार किया जा रहा है.