खरसावां: अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी युवा समन्वय समिति के सौजन्य से पारंम्परिक रैली का आयोजन किया गया. रैली की शुरुआत खरसावां शहीद स्थल से हुई, जो विभिन्न मार्गों से गुजरी. इस रैली में विश्व के आदिवासी एक हो, अबुआ झारखंड अबुआ राज जैसे नारों के साथ सैकड़ों आदिवासी महिला एवं पुरुषों ने अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी.
पारंपरिक परिधानों से सजे क्षेत्र के आदिवासी जनता ने सामाजिक एकता का परिचय देते हुए एक दूसरे को आदिवासी दिवस की बधाई दी. वहीं खरसावां सामुदायिक भवन में पारंपरिक रंगा रंग सास्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कर शंहीदो को श्रद्वाजंलि दी गयी. वहीं आदिवासी भाषा- संस्कृति की रक्षा का संकल्प लिया. वहीं अपनी- अपनी संस्कृति व परम्परा के अनुसार जिंदगी गुजारने व अधिकारों को लेकर संघर्ष करने का निर्णय लिया. मौके पर वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा के बिना किसी भी समाज का विकास सभंव नही है. हमारे समाज में शिक्षा का अभाव है. शिक्षा के बल पर हम समाज के अग्रिम पंक्ति में खडे हो सकते है.
इस कार्यक्रम में डेविड उरांव, बिरसा माहली, दनाय हांसदा, विष्णु सरदार, सुखराम सोय, गोपाल मुंड़ा, मनोज सोय, रामलाल हेम्ब्रम सहित काफी संख्या में आदिवासी समाज के छात्र- छात्राओं ने भाग लिया.