खरसावां: प्रखंड के हांसदा हाड़ीसाही स्थित श्री सीमेंट कंपनी के खिलाफ भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है. कंपनी पर सरायकेला- खरसावां भाजपा जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव ने अवैध तरीक़े से बिना किसी सरकारी अनुमति लिए एक आदिवासी ज़मीन पर सरकारी राशि से ख़र्च हुए तालाब को ज़बरन भरने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है. उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इसकी जानकारी उपायुक्त को दी गई है. साथ ही अंचल अधिकारी खरसांवा को भी सारी स्थिति से अवगत कराया गया है.
उन्होंने बताया कि अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि इस समय पूरा विश्व जल संकट से जूझ रहा है. सरकार तालाब के जीर्णोद्धार कर जलस्तर को ठीक करने में लगी है. वहीं श्री सीमेंट कंपनी अहंकार में चूर होकर दमनकारी नीति अपनाकर अपनी ऊंची पहुंच और रौब दिखाकर तालाब को भर रही हैं. उपायुक्त से आग्रह किया गया है कि इसपर अबिलम्ब रोक लगायी जाए ताकि तालाब के अस्तित्व को बचाया जा सके. साथ ही श्री सिंहदेव ने कहा कि एक ओर राज्य सरकार कहती है कि गैर सरकारी संस्थाओ में 75 प्रतिशत स्थानीय बेरोजगार युवाओं को उसके शैक्षणिक योग्यता के अनुरूप नौकरी देने का प्रावधान है, लेकिन श्री सीमेंट कंपनी में रैयतों को कुली- कबाड़ी या चपरासी का काम दिया गया है. एक भी स्थानीय युवाओं को ऑफिस में काम नही दिया गया है. जिससे स्थानीय युवा एवं रैयत अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. रैयतों के साथ कंपनी ने वादा खिलाफी की है. कंपनी अपने उपयोग में लगने बाले कच्चे माल को खुले में रखती हैं. जिसके कारण हवा बहने पर पूरे क्षेत्र रहने बाले लोगो रहना दूभर हो गया है. धूल के कारण सड़क में चलने वाले लोगों को सड़क नही दिखती हैं एवं कंपनी द्वारा रात में सीमेंट को उड़ाया जा रहा है, जिसके कारण पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है. जमीन बंजर हो रही हैं. साथ ही बहुत सारे गैर कानूनी काम कंपनी द्वारा किये जा रहे हैं. इन सारे मुद्दे को लेकर जल्द ही बेरोजगार युवाओं एवं रैयतों के साथ कंपनी के विरुद्ध भारतीय जनता पार्टी एक जन आंदोलन करने जा रही हैं. भाजपा किसी भी परिस्थिति में जनता के अधिकारो का हनन नही करने देंगी.
इधर श्री सीमेंट कंपनी के कार्मिक विभाग के डिप्टी मैनेजर सौरव कुमार ने कहा कि सरकारी प्रक्रिया के तहत तलाब को भरा जा रहा है. तलाब को भरने के लिए जो मापदंड है उसे अपनाया गया है. किसी भी रैयत को कुली- कबाड़ी या चपरासी बनाकर नही रखा गया है. सभी को योग्यता के आधार पर नौकरी दी गई है. सभी आरोप झूठे है.