खरसावां: भाजपा प्रदेश कमेटी के निर्देशानुसार गुरूवार को खरसावां प्रखंड कमेटी की ओर से खरसावां पथ निरीक्षण भवन से एक जन आक्रोश रैली निकाली गई. यह रैली पथ निरीक्षण भवन खरसावां से निकलकर चांदनी चौक, साप्ताहिक हाट होते हुए प्रखंड मुख्यालय पहुंच कर समाप्त हो गई.
इसके उपरांत प्रखंड मुख्यालय में भाजपाइयों ने धरना- प्रदर्शन कर राज्य सरकार के प्रति आक्रोश जताया. धरना के दौरान सरायकेला थाना हाजत में विगत दिनों हुए नाबालिग मोहन मुर्मू की मौत मामले में सरकार से न्याय देने की मांग भी उठी. भाजपाइयों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. इसके अलावा राज्य के विभिन्न मुद्दों को लेकर हेमंत सरकार को घेरते हुए सरकार की विफलताओं को गिनाया. वही झारखंड के राज्यपाल के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी को पांच सूत्री मांग पत्र सौपते हुए संज्ञान लेने की मांग की गई.
ज्ञापन में राज्य में बढ़ रहे महिला हिंसा पर रोक लगाने, हत्या की घटनाओ पर रोक लगाने के लिए विधि- व्यवस्था दुरूस्त करने, जल- जंगल- जमीन का नारा देने वाले झामुमो- कांग्रेस- राजद की सरकार में बेतहाशा बालू की तस्करी और पत्थर की अवैध दुलाई रोकने, प्रखंड से लेकर सरकार के शीर्ष स्तर तक फैले भ्रष्टाचार को रोकने, नक्सली घटनाओं पर अंकुश लगाने, राज्य में बिजली एवं पेयजल की दयनीय व्यवस्था को सुधारने आदि की मांग की गई है.
मौके पर खरसावां के पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार, हत्या व महिलाओं के साथ अत्याचार, शोषण चरमसीमा पर है. आज से पहले बहुत से दलों ने शासन किया. परंतु राज्य की व्यवस्थाएं ऐसी स्थिति में नहीं देखी गई. यह कहीं न कही सरकार और हेमंत सोरेन के संरक्षण में बढ़ रहे हैं. प्रत्येक दिन राज्य में युवतियों, महिलाओं के साथ यौन शोषण, हत्या जैसी घटनाएं हो रही है. इस जन आक्रोश रैली में मुख्य रूप से पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, उदय सिंहदेव, गणेश महाली, जिप सावित्री बानरा, पूर्व जिप रानी हेम्ब्रम, रमानाथ महतो, सुशील सांडगी, प्रशांत कुमार महतो, लाल सिंह सोय, मंगल सिंह मुंडा, कविता पांडे, अमित केशरी, विवेकानंद प्रधान, राउतु हाईबुरू, नयन नायक, होपना सोरेन, धमेन्द्र सांडिल, जीतमोहन मंडल सहित काफी संख्या में नेता- कार्यकर्ता शामिल थे.