खरसावां (Ramzan Ansari) खरसावां के काली मंदिर प्रागण में भाजपाईयों ने भारत की अखंडता के प्रतीक सह भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 121 वीं जयंती सादगी के साथ अपने- अपने तरीके से मनाया. भाजपाईयों ने बारी- बारी से डॉ मुखर्जी के चित्र पर श्रद्वा सुमन अर्पित कर श्रद्वाजंलि दी.
मौके पर भारत सरकार के जनजातीय मामलों के केन्द्रीय मंत्री सह खूंटी सांसद अर्जुन मुंडा के नगर विकास एवं आवास विभाग के सांसद प्रतिनिधि सुशील षांड़गी ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी हमारे प्रेरणा के स्त्रोत है. उनका जन्म 6 जुलाई 1901 को एक कुलीन ब्राहाण परिवार में कोलकाता में हुआ. श्री मुखर्जी ने अपना जीवन राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए समर्पित कर दिया था. वे संपूर्ण सृष्टि व मानव जाति के कल्याण की समग्रता में चिंतन करते थे. राजनीतिक मूल्यों में आदर्शवाद की कमी को पूरा करने तथा राजनीतिक को शुचित प्रदान करने का कार्य उन्होने किया. वे महान चिंतक थे. अपने संस्कारों के कारण वे ईमानदारी से विशुद्व राजनीति करने के पक्षधर थे. उनका कहना था कि राष्ट्र की अखंडता पर किसी भी परिस्थिति में समझौता नही किया जा सकता. वे जीवन पर्यन्त अंखड भारत का सपना अपनी आंखों में बसाये रहे. इस दौरान नगर विकास एवं आवास विभाग के सांसद प्रतिनिधि सुशील षांड़गी, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो, पूर्व जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव, होपना सोरेन, नयन नायक, लादूराम हेम्ब्रम, मुन्ना कुमार दे, विकास सरदार, दीपू पांडे, विजय बोदरा आदि नेता- कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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