खरसावां: आजसू पार्टी की ओर से शुक्रवार को खरसावां प्रखंड के आमदा के जय गुरु चौक में बडाआमदा पंचायत के अध्यक्ष गौतम महतो की अध्यक्षता में हूल दिवस मनाया गया. जहां आजसू नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने संताल विद्रोह के नायक शहीद सिद्धो कान्हू को याद करते हुए उनके चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित किया.
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित आजसू के जिला उपाध्यक्ष शिव कुमार साह ने कहा कि पूरे झारखंड के लोग आज अमन चैन के साथ जी रहे हैं, तो उसका श्रेय संताल विद्रोह के नायकों को जाता है. इन्हीं क्रांतिकारियों की बदौलत संताल परगना काश्तकारी अधिनियम अंग्रेजों ने लागू किया था. उन्होंने कहा कि सिदो- कान्हू के नेतृत्व में आजादी की पहली लड़ाई अंग्रेजों के खिलाफ लड़ी गई. इन शहीदों की याद में हूल दिवस हम सभी 30 जून को मनाते हैं . इस विद्रोह की शुरुआत साहिबगंज जिले के भोगनाडीह गांव से हुई. जहां इन नायकों का जन्म हुआ था. हालांकि आजादी की पहली लड़ाई तो सन 1857 मानी जाती है, लेकिन झारखंड के आदिवासियों ने 1855 में ही विद्रोह का झंडा बुलंद कर दिया था. 30 जून, 1855 को सिदो- कान्हू के नेतृत्व में संताल आदिवासियों का विशाल हिसक आंदोलन अंग्रेजों के विरोध में छेड़ा गया था. इसमें अंग्रेजों ने बड़ी चालाकी से इन दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर फांसी दे दी. इन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा.
इस दौरान मुख्य रूप से आजसू जिला उपाध्यक्ष शिव कुमार साह, गौतम महतो, वासुदेव साहू कुलदीप सोय, आलोक दे, कार्तिक गोप .तपन प्रधान, बुधराम महतो, गणेश केसरी, राजू मुखी आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे.