खरसावां : हो भाषा को आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध कराने के लिए आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन दिल्ली में देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. आदिवासी हो समाज के केंद्रीय अध्यक्ष कृष्ण चंद्र बोदरा के नेतृत्व में राष्ट्रपति के साथ मुलाकात कर सामाजिक विकास पर लंबी चर्चा की गई.
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महासभा की ओर से बताया गया है कि महामहिम राष्ट्रपति ने महासभा के प्रतिनिधियों को सुझाव भी दिया कि कैसे हो भाषा को आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध कराना है. उसकी प्रक्रिया कैसे पूरी करनी है. अब बहुत जल्द उसकी प्रक्रियाओं को शुरू किया जाएगा. बताया कि जिस दिन ‘हो’ भाषा ‘वारङ क्षिति’ लिपि भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध होगी, उस दिन आदिवासियों की प्राचीन महान सभ्यताएं जैसे- सुमेर, मेसोपोटामिया, मिस्र, सिंधु, चीन, ग्रीक, रोम आदि जो कि 50,000 साल पहले विकसित हुई थी, वे दुनिया के सामने उजागर होगी. यह भारत के लिए गर्व की बात होगी.
राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले समाज के प्रतिनिधियों में केंद्रीय महासचिव तिरिल तिरिया, ओडिशा प्रभारी मनोरंजन तिरिया, बीरसा कोंडांकल, पुरुषोत्तम गागराई, बुधलाल कुडू शामिल थे.
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