खरसावां: गुरुवार को हरिभंजा और विटापुर पंचायत सचिवालय में झारखंड महिला बाल विकास एवं सामजिक सुरक्षा, झारखंड महिला विकास समिति के द्वारा संचालित तेजस्विनी परियोजना के तहत किशोरियों और युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा मे पहल करते हुए बिजनेस स्किल ट्रेनिंग के लिए बकरी पालन पर काउंसलिंग कराया गया. साथ ही प्रशिक्षण दिया गया.
प्रशिक्षक की भूमिका निभाते हुए उधोगिनी के जिला कार्यक्रम प्रबंधक भूपेश कुमार ने कहा कि बकरी पालन एक सस्ता और टिकाऊ व्यवसाय है जिसमें पालन का खर्च कम होने के कारण आप ज्यादा से ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं. बकरी पालन प्रायः सभी जलवायु में कम लागत, साधारण आवास, सामान्य रख- रखाव तथा पालन- पोषण के साथ संभव है. उन्होने कहा कि बकरी पालन स्वरोजगार का सबसे अच्छा रोजगार का साधन है. स्वरोजगार से व्यक्ति आर्थिक रूप से मजबूत हो सकता है तथा अपने परिवार का भरण पोषण अच्छे ढंग से कर सकता है.
साथ ही बकरी पालन व्यवसाय में सफल होने के लिए हमेशा बकरियों को स्वच्छता से रखने की कोशिश करें और उन्हें हमेशा ताजा और पौष्टिक बकरी का भोजन खिलाएं. क्योंकि कुछ फीड बकरी के दूध और मांस के स्वाद को प्रभावित कर सकते हैं. बकरियों को हमेशा बाड़े के अंदर रखने की कोशिश करनी चाहिए और बीच- बीच में जांच करनी चाहिए कि बाड़े में कोई छेद तो नहीं है. उन्होने कहा कि बकरियों के बारे में प्रशिक्षण उपरान्त अपना खुद का व्यवसाय प्रारम्भ करने के विषय मे बताया कि प्रशिक्षण के बाद संस्था के नव प्रशिक्षित युवतियों को एक वर्ष तक अपने मार्गदर्शन में रख कर उनका बिजनेस को आगे बढ़ाने में यथा सम्भव मदद करते है. इस दौरान तेजस्विनी परियोजना के क्षेत्र समन्वयक ओमप्रकाश राम, क्लस्टर समन्वयक बबलु हेम्ब्रम, दिनेश कुंभकार, सुमन मिन्ज, युवा उत्प्रेरक मंजू कुंभकार, गंगा हो, सीमा इचागुटु, सुमन हेम्ब्रम, पिंकी महतो, द्रोपदी महतो, सुजाता बोदरा, आदि उपस्थित थे.
Reporter for Industrial Area Adityapur