सरायकेला: बीते मंगलवार को सरायकेला- खरसावां जिला के कपाली में विवादित जमीन प्रकरण में जिस तरह से चांडिल सीओ ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए भोले- भाले आदिवासी ग्रामीण के साथ दुर्व्यवहार किया, उससे साफ जाहिर होता है, कि झारखंड में सत्ता के इशारे पर अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं. जल जंगल जमीन के स्वघोषित रक्षक की आड़ में झामुमो नीत सरकार भक्षक की भूमिका में नजर आने लगी है.
उक्त बातें कुड़मी युवा छात्र मोर्चा के अध्यक्ष सुमित महतो ने कही. सुमित महतो ने कहा निजी बिल्डर को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से विधायक सविता महतो के इशारे पर पूरा खेल कपाली में चल रहा है. जमीन हथियाने के चक्कर में विधायक यह भी भूल गई कि उन्हीं भोले- भाले गरीब आदिवासियों ने अपना बहुमूल्य वोट देकर उन्हें अपना जनप्रतिनिधि चुनकर विधानसभा भेजा, मगर उन्हें क्या मालूम कि जिन्हें वे अपना रक्षक समझ रहे हैं, वही भक्षक बन बैठेगी. उन्होंने पूरे घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पूरे प्रकरण की जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
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