कलापी: शनिवार की शाम ओपी क्षेत्र के अलबेला गार्डन के समीप हुए रागिब आलम नामक युवक की हत्या के बाद जिस तरह से कपाली के लोगों का आक्रोश भड़का उससे कहीं न कहीं कपाली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं. वैसे सबसे चिंता का विषय ये रहा कि घटना की जांच करने पहुंचे एसपी डॉ विमल कुमार को लोगों ने घंटों बंधक बनाइए रखा. देर रात करीब 1:30 बजे किसी तरह एसपी को एसडीपीओ चांडिल, डीएसपी हेडक्वार्टर, आदित्यपुर, चांडिल, नीमडीह, चौका, तिरुलडीह, ईचागढ़, आरआईटी, कांड्रा के थानेदारों ने किसी तरह लोगों के आक्रोश से बाहर निकाला.
हालांकि एसपी ने जाते- जाते एसआईटी गठित कर हत्यारों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं. एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित टीम में गठित एसआईटी में चांडिल के थानेदार दिनेश ठाकुर, तिरुलडीह के थानेदार चितरंजन कुमार, ईचागढ़ के थानेदार गौरव मिश्रा, चौका के थानेदार अविषेक प्रताप और आदित्यपुर में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर अभिषेक कुमार शामिल है.
बाईट
डॉ विमल कुमार (एसपी)
आखिर क्यों फूटा लोगों का आक्रोश
दरअसल कपाली में इन दिनों अपराध के ग्राफ बढ़े हैं. एक हफ्ते के भीतर दूसरी हत्या से लोगों में आक्रोश व्याप्त है. लोगों ने बताया कि थानेदार संदीप, टाइगर मोबाइल के जवान विक्रम सिंह और नरेश यादव की वजह से क्षेत्र में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं. हर तरह के अवैध काम बेरोकटोक जारी है. विक्रम सिंह का कपाली में पदस्थापन बार- बार होना कई सवालों को जन्म दे रहा है. थानेदार संदीप के संबंध में बताया जा रहा है कि क्षेत्र के सारे अवैध धंधों में विक्रम और नरेश यादव के कहने पर अपनी आंखें बंद कर लेते हैं. ब्राउन शुगर, गौ तस्करी, बालू, जमीन दलाली, अवैध शराब के कारोबारियों से विक्रम और नरेश यादव के संबंध हैं. इससे पूर्व विक्रम को लाइन हाजिर भी किया गया था, मगर अपनी पहुंच का लाभ उठाकर उसने फिर से कपाली में पोस्टिंग करा ली. शनिवार की हत्या जमीन कारोबार से जुड़े चिंटू, नाजिश और जीशान नामक युवकों द्वरा किए जाने की बात सामने आई है. युवक के संबंध में बताया जाता है कि वह काफी होनहार और मेहनती था. उसकी फॉरेस्ट विभाग में बहाली हुई थी वह जॉइन करनेवाला था. उसके भाई के अनुसार शनिवार को दो गुटों के बीच झड़प हो रही थी जिसे उसने डांट- डपटकर छुड़ा दिया था इसी गुस्से में एक गुट के युवकों ने उसे गोली मार दी. साथ ही युवक की मां ने कपाली पुलिस पर पैसे लेकर आरोपियों को भगाने का भी आरोप लगाया.
*जलने से बच गया कपाली*
सूत्रों की माने तो जिस तरह का आक्रोश शनिवार की रात कपाली में देखने को मिला. खासकर एसपी के पहुंचने के बाद लोगों ने जिस तरह का प्रदर्शन किया यदि समय रहते एसडीपीओ चांडिल, हेडक्वार्टर डीएसपी, आदित्यपुर सहित अन्य थानों की पुलिस नहीं पहुंचती तो एक एक बड़े घटना की तैयारी थी. सूत्र बताते हैं कि कुछ असामाजिक तत्व ओपी को फूंकने की तैयारी में थे. बताया जाता है कि बोतल बम से ओपी पर हमला करने की तैयारी थी. गनीमत रही कि समय रहते स्थिति की नज़ाकत्ता को पुलिस पदाधिकारियों ने भांप लिया और एसपी को न केवल सुरक्षित कपाली से बाहर निकाला, बल्कि किसी तरह लोगों को समझा- बुझकर शांत भी कराया. हालांकि मामला अब भी सुलग रहा है. रविवार को युवक के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा उसके बाद स्थिति और बिगड़ने की संभावना है. यही वजह है कि समूचे कपाली को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. ऐसे में एसपी को कपाली की मशीनरी को दुरुस्त करने की जरूरत है. लोग खुली जुबान से कपाली के थानेदार को बदलने की मांग करते सुने गए.