कांड्रा: देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. झारखंड अलग हुए 22 साल पूरे हो चुके हैं. मगर आज भी झारखंड के सरायकेला जिले गम्हरिया प्रखंड के दुग्धा पंचायत अंतर्गत खुचीडीह को एक अदद सड़क नसीब नहीं हुआ.
जनप्रतिनिधियों का ध्यान आजतक इस ओर नहीं गया. आंततः ग्रामीणों ने श्रमदान से सड़क निर्माण की ठानी और लगभग 2500 फीट सड़क में बने बड़े- बड़े गड्ढों को भरना शुरु किया. बता दें कि पिछले 12 से 15 वर्षो से ग्रामीण बस्ती की सड़क को बनाने के लिए जनप्रतिनिधि से मांग करते आ रहे थे, मगर रविवार को ग्रामीणो ने आपनी मेहनत से सड़क बनाने की सोची और सुबह 6 बजे से ही युवाओ ने श्रमदान से सड़क निर्माण कार्य करना प्रारंभ किया ओर शाम तक चलने लायक सड़क बना दिया. जानकारी मिलने पर कांग्रेस के प्रेस प्रवक्ता सह इंटक के प्रधान महासचिव प्रकाश कुमार राजू खुचीडीह गाव पहुंचे और ग्रामीणो से बात की. और उनके साहस की सराहना की. उन्होंने ग्रामीणो को आश्वासन दिया कि आपकी समस्या के समाधान के प्रयास के लिए मंगलवार को उपायुक्त से मिलकर इस सड़क को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए स्वीकृति प्रदान करने के लिए आग्रह किया जाएगा.
इस समस्या के समाधान के लिए सांसद गीता कोड़ा से भी आग्रह किया जायेगा. श्रमदान के दौरान लाल बिहारी मांझी, पृथ्वी बास्के, पूरण मांझी, भागवत बास्के, डॉक्टर बास्के, डॉक्टर हांसदा, बाले बास्के, बिरधान बास्के, श्याम लाल बास्के, रबिन्द्र तंतुबाई, प्रकाश तंतुबाई, धीरज बास्के, दीपक बास्के ने मुख्य भुमिका निभाई.
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