कांड्रा: रेलवे के इंजीनियर एवं संवेदक की लापरवाही के कारण शुक्रवार को कांड्रा रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा होते- होते टल गया
. बता दें कि कांड्रा स्टेशन में फुट ओवर ब्रिज का काम कई महीनो से चल रहा है. आज दोपहर फुट ओवर ब्रिज में हैलोजन लाईट लगाने के लिए तार को 25 हजार के ऊपर से बिजली का तार लगाया जा रहा था, उसी समय बिजली का तार रेलवे के 25 हज़ार हाई टेंशन तार से सट गया.
तार के सटते ही बिजली के तार में जगह जगह ब्लास्ट एवं चिंगारी होने लगी. लगभग 20 जगहों पर ब्लास्ट हुआ. जिस कारण प्लेटफार्म पर अफरा- तफरी मच गयी
. कांड्रा प्लेट फार्म पर ड्यूटी में तैनात आरपीएफ सहायक अवर निरीक्षक नागेंदर सिंह, आरपीएफ प्रदीप कुमार खटुआ, आरपीएफ पीसी यादव की नजर सामने से आ रहे मालगाड़ी पर पड़ी उसे रोकने के लिए सभी जवानों ने दौड़ लगा दी. आरपीएफ के जवानों ने दूर से मालगाड़ी को रुकने का इशारा किया और माल गाड़ी प्लेटफार्म आने से पहले ही रुक गयी और हादसा टल गया. जिस समय घटना घटी उस समय बिजली का तार लगा रहे चार लोगो को भी आरपीएफ के जवानों ने बचाया. ड्यूटी में तैनात आरपीएफ सहायक अवर निरीक्षक नागेंदर सिंह, आरपीएफ प्रदीप कुमार खटुआ, आरपीएफ पीसी यादव की सूझबूझ से बड़ा हादसा होते होते टला गया. इधर हादसा पर कांग्रेस के जिला प्रवक्ता प्रकाश कुमार राजू ने कहा, कि इसकी जांच की मांग महाप्रबंधक गार्डेनरीच कोलकता को करेंगे. साथ ही यहां काम कर रहे मजदूर बिना सेफ्टी जूता, बेल्ट, हेलमेट के कैसे काम कर रहे है इसके लिए जो भी जिम्मेदार पदाधिकारी होंगे उसपर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की जाएगी. इसकी जानकारी सांसद गीता कोड़ा को भी दी गई है.