कांड्रा/ Bipin Varshney सरायकेला खरसावां जिला बालू माफियाओं का चारागाह बना हुआ है सरकार जिला प्रशासन एवं खनन विभाग व पुलिस के तमाम बंदिशों के बाद भी बालू माफिया धड़ल्ले से अवैध बालू के कारोबार में जुटे हुए हैं. आपको याद दिला दें कि 2 दिन पूर्व चालान से अधिक मात्रा में बालू परिवहन किए जाने की खबर प्रकाशित किए जाने के बाद जिला परिवहन पदाधिकारी ने तीन हाईवा जप्त किया था, जिसके बाद बालू माफियाओं ने नया तरीका अपना लिया है.
बालू माफियाओं ने अब गाड़ी के नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ कर बालू परिवहन करने का नया खेल शुरू कर दिया है. हालांकि इसकी भनक लगते ही कांड्रा थाना पुलिस सक्रिय हुई और बीती रात तीन हाईवा जप्त किया है. जिसमें क्षमता से ज्यादा बालू लोड है और गाड़ी के नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ किया गया है, हालांकि इस संबंध में कांड्रा थाना पुलिस द्वारा सीधे- सीधे कुछ भी बताने से इनकार किया गया है. मामला चाहे जो हो बालू माफियाओं ने इतना तो साफ कर दिया है कि कानून से ऊपर उनका राज है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि जिला प्रशासन, खनन विभाग और स्थानीय पुलिस इनके खिलाफ क्या एक्शन लेती है.
वैसे सवाल यह भी उठता है कि जिन कंपनियों द्वारा ऐसे अवैध बालू का खरीद किया जा रहा है उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाती ? बता दें कि सरायकेला से लेकर जमशेदपुर तक संचालित हो रहे कंपनियों में अवैध बालू की सप्लाई दी जा रही है. बालू सप्लाई देने वाले वाहनों की जब्ती यदा- कदा हो रही है, मगर जिन संस्थानों द्वारा बालू की खरीद की जा रही है, उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं यह बड़ा सवाल है.