कांड्रा (विपिन वार्ष्णेय) पदमपुर स्थित टोल प्लाजा से पिछले तीन महीने से अवैध वसूली का खेल चल रहा है. इसकी भनक किसी को नहीं है. यदि है तो सब मिलकर सरकार को लाखों का चूना लगा रहे हैं. इंडिया न्यूज़ वायरल बिहार/ झारखंड की टीम को जैसे ही इसकी भनक लगी, टीम के सदस्यों ने सोमवार से इसकी पड़ताल शुरू की. हमारी टीम सोमवार को टॉल ब्रिज पहुंच मामले की छानबीन शुरू की.
सोमवार को जहां पहले तो टॉल ब्रिज कर्मी ने वसूली से संबंधित फोटो लेने से हमारी टीम को मना कर दिया. जब हमारी टीम ने सख्ती दिखाई और टॉल वसूली से संबंधित कागजात मांगे तो उनके द्वारा बताया गया कि आरसीडी विभाग से आप संपर्क करें. हमारी टीम ने आरसीडी विभाग में संपर्क किया. वहां के अधिकारी ने बताया कि कंपनी को एक्सटेंशन दिया गया है. हमारी टीम ने जब एक्सटेंशन से संबंधित कागजात की मांग की तो अधिकारी ने कहा, आप ऑफिस आइए. जब हमारे प्रतिनिधि ने उनसे व्हाट्सएप पर पेपर भेजने या टॉल ब्रिज कर्मी को दिखाने का आदेश देने की बात कही तो उन्होंने टालमटोल किया. फिर बाद में कहा आज मैं रांची में हूं. कल (मंगलवार) को आप ऑफिस आ कर मिलें. मंगलवार को हमारे प्रतिनिधि जिला आरसीडी कार्यालय पहुंचे मगर अधिकारी नदारद नजर आए. इस संबंध में पदमपुर टॉल प्लाजा के एक अधिकारी संदीप सिंह से हमारे प्रतिनिधि ने मंगलवार को पुनः एक्सटेंशन से सम्बंधित दस्तावेज की मांग की, तो उन्होंने कहा बुधवार को आपको दस्तावेज उपलब्ध करा दिया जाएगा. एक सूत्र ने बताया कि एजेंसी को एक्सटेंशन मिला है मगर कागजात विभाग के पास है. आखिर विभाग के अधिकारी एक्सटेंशन से संबंधित कागजात क्यों नहीं दिखाना चाह रहे हैं ? यदि एजेंसी को एक्सटेंशन मिला है तो उनके पास वसूली से संबंधित कागजात क्यों नहीं है ? दूसरे दिन के पड़ताल में भी कोई सामने नहीं आया. बुधवार को भी हमारी पड़ताल जारी रहेगी.
देखें टॉल प्लाजा पदमपुर से वसूली करते video-
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पदमपुर टोल प्लाजा का टेंडर तीन माह पूर्व ही समाप्त हो चुका है. नया टेंडर किसी एजेंसी ने नहीं भरा. पथ निर्माण विभाग से इस बाबत जब पूछा गया तो उनके द्वारा अबतक कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है, जिससे साफ पता चलता है कि कांड्रा पदमपुर टॉल प्लाजा में अवैध वसूली का खेल चल रहा है. विभागीय मिलीभगत से सरकार को लाखों के राजस्व का चूना लग रहा है.