कांड्रा: पदमपुर टॉल प्लाजा में खेल का एक और खुलासा सामने आया है. बता दें कि बीते 21 नवंबर को indianewsviral.co.in पर खबर प्रकाशित होते ही. आनन- फानन में विभाग द्वारा 22 नवंबर को टॉल वसूली से संबंधित निविदा निकाली गई है. जिसमें सालाना संग्रह राशि 11.8363 करोड़ निर्धारित किया गया है.
निविदा प्राप्त करने की अंतिम तिथि 9 दिसंबर निर्धारित किया गया है. बता दें कि पदमपुर टॉल प्लाजा से कर वसूली का टेंडर 11 सितंम्बर 2021 को ही समाप्त हो चुका है.
उसके बाद विभागीय आदेश के आलोक में तीन बार तीन माह कर एकरारनामा में एपेंडेक्स IV कंडिका- 5 एवं आईआरसी 37- 2012 में निर्धारित प्रावधान के अनुरूप ट्रैफिक में पांच फीसदी वार्षिक संचायात्मक वृद्धि के आधार पर पुनरीक्षित रेमिटेंस के शर्त के साथ दिनांक 11/ 06/ 22 तक अवधि विस्तार प्रदान की गई थी. उसके बाद से लगातार एजेंसी मनदीपा इंटरप्राइजेज को अवधि विस्तार दिया जा रहा है. मगर टेंडर फाइनल नहीं हो रहा है आखिर क्यों ?
अवधि विस्तार से संबंधित चिट्ठी
वैसे खबर प्रकाशित होने के बाद 22 नवंबर को विभाग द्वारा टेंडर निकाला गया है. जिसका सालाना वसूली दर 11.8363 करोड़ निर्धारित किया गया है. अब सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी राशि का टेंडर भरने सामने कौन आएगा, क्योंकि इससे पूर्व दो साल की मियाद पूरी करने के बाद एक साल से कोई संवेदक सामने नहीं आया तो अब सामने कौन आता है ये गौर करने वाली बात होगी.
देखें टेंडर की प्रति
यहां के स्थानीय आदिवासियों- मूलवासियों को मिले टेंडर: रमेश हांसदा
पदमपुर टॉल प्लाजा के कर वसूली के लिए पिछले एक साल से एक ही एजेंसी को अवधि विस्तार देने के तरीके पर भाजपा नेता रमेश हांसदा ने सवाल उठाते हुए मांग किया है, कि जबतक कोई एजेंसी सामने नहीं आता, यहां के स्थानीय आदिवासी मूलवासी युवाओं को टोल वसूली का जिम्मा देना चाहिए. इससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा और सरकार को राजस्व भी प्राप्त होगा. वैसे उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है, कि आखिर किन शर्तों के आधार पर पिछले 1 साल से भी अधिक समय से एक ही कंपनी को अवधि विस्तार दिया जा रहा है. इसमें लाखों के राजस्व का नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई कौन करेगा और वह पैसा कहां गया.