कांड्रा (Bipin Varshney) रतनपुर स्थित नीलांचल आयरन एंड पावर लिमिटेड कंपनी पर भयंकर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाते हुए रपचा पंचायत की उप मुखिया सुनीता बाला महतो ने जिले के उपायुक्त को पत्र लिखकर पूरे मामले की अपने स्तर से जांच कर दोषी कंपनी प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
पत्र में शिकायत की गई है कि नीलांचल आयरन एंड पावर लिमिटेड रतनपुर द्वारा क्षेत्र में बेखौफ एवं लापरवाही से लगातार भयंकर प्रदूषण फैलाया जा रहा है और प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का घोर उल्लंघन कर आम लोगों के जन जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है.
उपायुक्त को लिखे पत्र की प्रति
उन्होंने उपायुक्त से इस अत्यंत ज्वलंत एवं गंभीर समस्या पर यथाशीघ्र संज्ञान लेने का अनुरोध करते हुए कहा कि दिन- रात कंपनी की चिमनियों से निकलने वाले काले धुएं से पूरा क्षेत्र बदरंग हो गया है. घर- द्वार आंगन, खेत- खलिहान, नाला, तालाब, मैदान एवं जंगल में कोल डस्ट की काली परत स्पष्ट देखी जा सकती है. घरों के अंदर भी सुबह होते ही कोल डस्ट की काली परत पड़ जाती है. इससे गृहणी, किसान, बच्चे सब परेशान हैं.
देखें कंपनी के चिमनी से निकलता काला धुंआ
घरों के कपड़े हर दिन धोने पड़ रहे हैं. किसान जो खेती कर अपनी आजीविका चलाते थे वे अब फसल को उपजाने से परहेज कर रहे है. साग- सब्जी इत्यादि उपजाना तो अब किसानों के लिए सपना हो गया है. कंपनी द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण के कारण आम ग्रामीण अभिशप्त जीवन जीने को विवश है. साथ ही साथ इस प्रदूषण के कारण जो कोल डस्ट शरीर के अंदर जा रहा है उससे कई तरह की गंभीर बिमारी होने का अंदेशा है. उप मुखिया ने उपायुक्त से निवेदन किया है कि यथाशीघ्र कंपनी के आस- पास के ग्रामों का दौरा कर कंपनी द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण की गंभीरता की जांच की जाए तथा कंपनी पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि आम लोग असमय काल के गाल में समाने से बच सकें.
उप मुखिया ने आवेदन की प्रतिलिपि झारखण्ड राज्य प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड राँची, अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला, अचल अधिकारी गम्हरिया को भी भेजा है. वैसे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं, कि आखिर उनकी भूमिका क्या रह गई है.
देखें कंपनी के चिमनी से निकले काले धुएं की पौधों पर जमी परत