कांड्रा/ Bipin Varshney पूरे देश में एनजीटी कानून प्रभावी है. इसके तहत बालू का खनन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहता है, मगर झारखंड का सरायकेला जिला एक ऐसा जिला है जहां बालू माफियाओं का कानून चलता है. सालों भर यहां बालू माफिया कानून और प्रशासन को अपने ठेंगे पर रखकर अवैध रूप से बालू का खनन करते हैं. खनन विभाग की चुप्पी बालू माफियाओं के साथ सांठगांठ की ओर इशारा करती है.
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हर दिन सैकड़ों हाइवा और ट्रैक्टरों से दिन के उजाले और रात के अंधेरों में बालू का उठाव बेरोकटोक चल रहा है. जिले के कांड्रा थाना क्षेत्र में बने गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा के कैमरों में साफ देख सकते हैं किस तरह बालू लदे हाइवा पार किया जा रहा है. ओवरलोड बालू लदा हाइवा सड़क पर खड़ा है.
नदी से ट्रैक्टर से बालू उठाव चल रहा है सब कैमरों में दिख रहा है, मगर खनन विभाग और पुलिस- प्रशासन को नजर नहीं आ रहा है इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जिले में किसका राज है कानून का या बालू माफियाओं का. बहरहाल राज्य सरकार के हर दावों को बालू माफिया ठेंगा दिखाकर हर दिन करोड़ों के राजस्व का चूना लगा रहे हैं, जिसको रोकनेवाला कोई नहीं.
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