कांड्रा/ Bipin Varshney बार- बार मेमोरेंडम आवेदन देकर थक चुके कांड्रा के निवासियों की मांगों पर अब तक चुप्पी साधे बैठा रेल प्रशासन आमरण अनशन के एक दिन पूर्व अचानक हरकत में आ गया और चक्रधरपुर मंडल के मंडल रेलवे प्रबंधक अरुण जे राठौर शुक्रवार देर शाम कांड्रा स्टेशन पहुंचे और स्थानीय लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं और मांगों के विषय में जानकारी प्राप्त की.
अपनी ओर से डीआरएम ने सभी मांगों पर सहमति जताते हुए कहा कि शीघ्र ही वे इन समस्याओं के निराकरण का अनुमोदन करते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्यालय को पत्र प्रेषित करेंगे. इस दौरान स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि कोविड काल के पूर्व यहां जिन एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होता था वह लगभग 3 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी दोबारा से उन एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव कांड्रा स्टेशन पर नहीं दिया गया. जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा लोगों ने कांड्रा स्टेशन में व्याप्त यात्री सुविधाओं की कमी की ओर भी डीआरएम का ध्यान आकृष्ट कराया. डीआरएम ने लोगों की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वस्त किया कि यात्रियों की सुविधा के लिए जितना ज्यादा हो सकेगा वह अपनी ओर से इसके लिए सार्थक प्रयास करेंगे. ट्रेन ठहराव पर उन्होंने कोई स्पष्ट आश्वासन तो नहीं दिया लेकिन स्थानीय लोगों के बीच एक सकारात्मक संदेश देने का प्रयास जरूर किया.
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अरुण जे रौठौर (डीआरएम- सीकेपी मंडल)
दूसरी और स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार रेल प्रशासन का ध्यान मेमोरेंडम और पत्र लिखकर आकृष्ट कराया गया था, लेकिन कभी रेल प्रशासन ने लोगों की समस्याओं के निराकरण में दिलचस्पी नहीं दिखाई. अब जब 20 जनवरी से स्थानीय लोगों द्वारा अपनी मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी गई. तब जाकर रेल प्रशासन हरकत में आया. डीआरएम के आने के बाद आंदोलनकारी के भी हौसले काफी बुलंद हो गए और दम खम दिखाते हुए उन्होंने मसाल जुलूस निकालकर लोगों से अधिक से अधिक संख्या में इस आंदोलन में शरीक होने की अपील की. मशाल जुलूस में काफी संख्या में स्थानीय लोग एवं महिलाएं उपस्थित थी.
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पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डीआरएम ने कहा कि उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याओं को गंभीरता से लिया है और आने वाले दिनों में इसका परिणाम देखने को मिलेगा बहरहाल आंदोलनकारी और स्थानीय लोग महज आश्वासनों के आधार पर आंदोलन से पीछे हटने को कतई तैयार नहीं है और इस बार आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है शनिवार सुबह से ही कांड्रा रेलवे स्टेशन परिसर में प्रकाश कुमार राजू के नेतृत्व में स्थानीय लोग आमरण अनशन पर बैठेंगे. स्थानीय लोग ठोस परिणाम निकलने तक आमरण अनशन जारी रखने का दावा भी कर रहे हैं. इसमें सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है.
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प्रकाश राजू (पूर्व सांसद प्रतिनिधि)