कांड्रा (Bipin Varshney) लैंपस से ऋण लेकर कुंभकर्णी निद्रा में सोए बकायेदारों की अब खैर नहीं. सहकारिता विभाग ने उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. नीलाम पत्र पदाधिकारी सह जिला सहकारिता पदाधिकारी ने प्रथम चरण में कुल 10 बकायेदारों के विरुद्ध बॉडी वारंट जारी करते हुए कांड्रा और गम्हरिया पुलिस को बकायेदारों की सूची सौंप कर कार्रवाई का आदेश दिया है.
बकायेदारों पर बॉडी वारंट जारी होते ही वर्षों से ऋण लेकर चुकता नहीं करने वाले लाभुकों के होश उड़ गए हैं. दूसरी ओर अपने जमा पैसे की वापसी के लिए प्रतिदिन लैंपस का चक्कर काटने वालों के मन में बॉडी वारंट जारी होते ही आस जग गई है, और उनमें खुशी की लहर देखी जा रही है. जिन 10 बकायेदारों पर प्रथम चरण में वारंट जारी हुआ है उनमें कांड्रा और गम्हरिया थाना क्षेत्र के ऋणधारक शामिल हैं. कांड्रा के बकायेदारों की सूची में राज नारायण ठाकुर, विनोद साव, सपन मुखर्जी, प्रकाश कुमार मुर्मू , इंदर गोस्वामी, अनुराधा देवी, और मंगल सिंह सरदार का नाम शामिल है.
इसी तरह गम्हरिया थाना क्षेत्र के झाड़गोविंदपुर निवासी उमापद गोप और गोपीनाथ प्रधान के खिलाफ भी वारंट जारी हुआ है. अब पुलिस इन बकायेदारों से लैंपस से लिया गया कर्ज ब्याज सहित वसूल कराएगी अन्यथा की स्थिति में सभी को जेल की हवा खानी पड़ेगी. बता दें कि कांड्रा लैंपस से सैकड़ों लाभुकों ने लगभग 10 से 15 वर्ष पूर्व ऋण के रूप में एक बड़ी राशि ली थी लेकिन बाद में उनके द्वारा ना तो किस्त के रूप में रकम वापसी की गई और ना ही ऋण चुकाने के प्रति बकायेदारों ने दिलचस्पी दिखाई. लैंपस के द्वारा कई बार उन्हें नोटिस देकर चेतावनी भी दी गई लेकिन इससे उन पर कोई असर नहीं हुआ. परिणाम यह रहा कि कांड्रा लैंपस की जमा पूंजी बकायेदारों द्वारा हजम कर ली गई और बकायेदारों ने लैंपस की लुटिया डुबो दी. दूसरी ओर जिन लोगों ने लैंपस की विभिन्न योजनाओं में अपना पैसा जमा किया था उन्हें उनकी रकम वापसी में कठिनाई होने लगी. इसको लेकर खाताधारकों द्वारा लैंपस के मानदेय कर्मियों के साथ बदसलूकी और अभद्रता भी की गई.
कांड्रा के एक बड़े व्यवसाई द्वारा तो बकायदा जिला उपभोक्ता फोरम में मानदेय कर्मियों को बलि का बकरा बनाते हुए उन पर मामला दर्ज कर दिया गया. दूसरी और मानदेय कर्मियों की पीड़ा है कि जब से लैंपस की जमा पूंजी में ह्रास हुआ है तभी से उनका मानदेय भी बंद कर दिया गया है. पिछले लगभग 20 महीनों से सभी मानदेय कर्मी भुखमरी के कगार पर हैं और लोन लेकर अपना वारा न्यारा करने वाले लोग चांदी काट रहे थे. लंबे समय से इन पर कानूनी कार्रवाई की तैयारियां चल रही थी. मंगलवार को प्रथम चरण में कुल 10 बकायेदारों के विरुद्ध बॉडी वारंट जारी कर जिला निलाम पत्र पदाधिकारी सह सहकारिता पदाधिकारी ने बकायेदारों के होश उड़ा दिए हैं. वहीं विभाग की इस कार्रवाई से आम लोगों में हर्ष व्याप्त है और उनमें अपने रकम वापसी की उम्मीद जग गई है.