कृषि बिल 2021 के तीन कानूनों को वापस लिए जाने और एमएसपी लागू किए जाने की मांग को लेकर आंदोलित संयुक्त किसान मोर्चा के समर्थन में वाम दलों द्वारा बुलाए गए भारत बंद में देश के सभी 19 विपक्षी दल ने एकजुटता दिखाते हुए आज भारत बंद का समर्थन किया और सड़कों पर उतरकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
झारखंड सरकार द्वारा भी बंद को समर्थन किए जाने की घोषणा के बाद राज्य की सत्ताधारी दल झामुमो, कांग्रेस एवं राजद एवं वाम दलों के साथ किसान संगठनों के साथ माझी बाबा भी सड़कों पर बंद कराने निकले. जहां कहीं स्वतः ही व्यवसायियों एवं कारोबारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे, गम्हरिया प्रखंड एवं आसपास के शहरो से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लगभग हर जगह बंद समर्थकों ने व्यवसायिक प्रतिष्ठान एवं सड़कों पर वाहनों को रोका. हालांकि प्रशासनिक मुस्तैदी जरूर दिखी, लेकिन बंद समर्थकों के आगे वे बेबस नजर आए. छिटपुट घटनाओं को छोड़ कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली. वही गम्हरिया कांड्रा क्षेत्र मांझी परगना महाल द्वारा क्षेत्र के तमाम माझी बाबाओं के साथ बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे और क्षेत्र में घूम- घूम कर दुकानों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को को बंद कराया. जहां लोगों ने माझी बाबाओं द्वारा क्षेत्र में निकल कर लोगों से बंद का समर्थन करने का आग्रह किया व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के व्यवसायियों ने उनके आग्रह को मान कर स्वत: दुकानों एवं प्रतिष्ठानों को बंद किया. पहली बार माझी बाबा किसान बिल के विरोध और एमएसपी लागू करने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे. वहीं दूसरी ओर माझी परगना महाल बढ़ पीठ गम्हरिया के परागण रामदास टुडू ने लोगों द्वारा स्वत: भारत बंद का समर्थन करने को लेकर धन्यबाद व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसानों के प्रति दोहरा मापदंड अपना रही है. आज उनके कारण किसान बेहाल एवं परेशान है. कुल मिलाकर बंद का मिला जुला असर आदित्यपुर गम्हरिया कांड्रा एवं आसपास के इलाकों में देखा गया.