कांड्रा/ Bipin Varshney आनंद मार्ग,युवक मिलन समिति , चालियामा एवं डॉक्टर लोकेश मंडल प्रखंड राजनगर के प्रयास से चालियामा में सोमवार को एक नेत्र जांच शिविर का आयोजन पूर्णिमा नेत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया था. जिसमें लगभग 120 लोगों के आंखों की जांच हुआ एवं 35 मोतियाबिंद एवं पीटीआर के रोगी चिन्हित हुए. जिनका पूर्णिमा नेत्रालय में 14 फरवरी को निशुल्क ऑपरेशन कर लैंस प्रत्यारोपण किया जाएगा.
चालियामा के आसपास गांव के ग्रामीणों के बीच दुर्लभ प्रजाति के 30 सीता अशोक एवं त्रिफला (हरे , आंवला एवं बहेरा )के पौधे एवं 250 फलदार पौधे मिलाकर कुल 280 पौधे का वितरण किया गया. जैसे कटहल, आम, काजू ,जामुन तथा अन्य तरह के पौधे भी निशुल्क वितरण किया गया. साथ ही साथ ग्रामीणों को पर्यावरण बचाने का शपथ भी दिलाई गई.
आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP)की ओर से पिछले 15 सालों से आज तक लगभग 1लाख 50 हजार से भी ज्यादा पौधा का निशुल्क वितरण किया जा चुका है. आनंद मार्ग के सुनील आंनद का कहना है कि फलदार पौधे का रोपण करने से पर्यावरण को तो लाभ पहुंचता ही है साथ ही साथ समाज से गरीबी भी कम होती है ,इससे धन का उपार्जन किया जा सकता है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा फलदार पौधे का रोपण करना जरूरी है. जब तक हम पेड़ पौधों एवं जीव ,जंतु को अपने परिवार का सदस्य के रूप में स्वीकार नहीं किया करेंगे तब तक प्रकृति का कल्याण संभव नहीं है. इसलिए नव्य -मानवतावादी विचारधारा से समाज का कल्याण संभव है. नव्य मानवतावाद बताता है कि इस पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं अनेक प्रकार के पेड़ ,पौधे जीव जंतु इस पृथ्वी रूपी परिवार के सदस्य हैं. हम इस पृथ्वी के बुद्धिमान जीव होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि सभी को परिवार के सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाए. मनुष्य का परम आदर्श नव्य- मानवतावाद होना चाहिए तभी पृथ्वी का कल्याण संभव है.