कांड्रा/ Bipin Varshney त्रिपक्षीय वार्ता के बाद कांड्रा पदमपुर स्थित आधुनिक पावर एंड नेचुरल रिसोर्सेज कंपनी का अनिश्चितकालीन गेट जाम कार्यक्रम आंदोलनकारियों ने बुधवार को ही स्थगित कर दिया. कंपनी प्रबंधन ने आंदोलनकारियों की मांगो पर जल्द निर्णय लेने का आश्वासन दिया है.
बता दे कि विस्थापित प्रभावित स्वावलंबी सहयोग समिति ने अपनी लंबित मांगों को लेकर बुधवार सुबह कंपनी का गेट अनिश्चितकालीन जाम कर दिया था. विस्थापित समिति के अध्यक्ष कृष्णा बास्के ने इस बात पर नाराजगी जताई की विगत 4 महीनों से विस्थापितों की समस्या रोजगार एवं जमीन के मुआवजे को लेकर मांग पत्र सौंपा गया था. परंतु कंपनी प्रबंधन के कान में जूं तक नहीं रेंगी जिससे बाध्य होकर आज कंपनी गेट को अनिश्चितकालीन जाम किया गया. गेट जाम में काफी संख्या में कंपनी में कार्यरत विस्थापितों के साथ- साथ स्थानीय लोग जमा हो गए. जिसके बाद आंदोलनकारियों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता हुई.
इस वार्ता में कंपनी प्रबंधन का रुख काफी सकारात्मक रहा और यह तय हुआ कि विस्थापित गांव हरिहरपुर तक जाने वाली जर्जर सड़क की कंपनी प्रबंधन मरम्मत करवाएगी. महादेवपुरम कॉलोनी में बसाए गए विस्थापितों को मालिकाना हक के साथ-साथ 10 डिसमिल जमीन दी जाएगी, क्योंकि वे लोग कंपनी को जमीन देकर भूमिहीन हो गए है. विस्थापित परिवार के सदस्य को नौकरी दिए जाने के मामले में कंपनी प्रबंधन ने सकारात्मक रूप दिखाया और वादा किया कि योग्यता के आधार पर विस्थापित परिवार के सदस्यों को योग्यता के आधार पर परख कर नौकरी पर विचार करेगी. आंदोलनकारियों की अन्य मांग जिनकी जमीनों का पूरा मुआवजा नहीं दिया गया है, तो ऐसे मामलों में प्रबंधन जिले के उपायुक्त के साथ बात कर उनकी जमीन की रजिस्ट्री करवाएगा और जमीन मालिकों को जमीन का उचित मूल्य भी दिया जाएगा.
इस सकारात्मक वार्ता के बाद आंदोलनकारियों ने आंदोलन समाप्ति की घोषणा की त्रिपक्षीय वार्ता में कंपनी के तरफ से निर्देशक महेश अग्रवाल, मानव संसाधन के एस के परवेज, कारपोरेट कम्युनिकेशन के बलजीत सिंह जिला प्रशासन की ओर से कांड्रा थाना के एस आई प्रकाश रजक, विस्थापित प्रभावित स्वावलंबी संयुक्त समिति के संरक्षक रामदास टुडू, अध्यक्ष कृष्णा बास्के, सचिव गौतम महतो, राजेश भगत, धनंजय बास्के, भोला हेंब्रम, गोविंद माझी शामिल थे.