जमशेदपुर: शहर के चर्चित ज्योति अग्रवाल हत्याकांड के खुलासे के बाद मंगलवार को ज्योति के पिता प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जमशेदपुर एवं सरायकेला पुलिस, मारवाड़ी समाज, चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं मंत्री बन्ना गुप्ता के प्रति आभार जताया. साथ ही उन्होंने न्यायपालिका से हत्यारे दामाद एवं उनकी बेटी की हत्या में शामिल अन्य अपराध कर्मियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है. मंगलवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि उनके दामाद ने सुनियोजित तरीके से उनकी बेटी की हत्या की है.
उन्होंने बताया कि उनके दामाद यानी ज्योति के पति रवि अग्रवाल एक एफिडेविट पर हस्ताक्षर कराने उनके पास आया था. इसमें लिखा था कि उनकी बेटी ज्योति डिप्रेशन की शिकार है और उसका इलाज डॉक्टर मनोज कुमार साहू के पास चल रहा है. एफिडेविट में यह लिखा गया था कि उनकी बेटी ज्योति अक्सर अपने ससुराल में हंगामा करती है. उसका इलाज कराया जा रहा है. यदि उसके साथ कोई अनहोनी घटती है तो दामाद रवि अग्रवाल, समाधि राजेंद्र अग्रवाल, समधन उमा अग्रवाल, दामाद का भाई मनीष मित्तल और अन्य परिजन इसके लिए दोषी नहीं होंगे. उन्होंने बताया कि दामाद के इस हरकत को वह समझ चुके थे. इसलिए एफिडेविट पर हस्ताक्षर नहीं किया. इतना ही नहीं उन्होंने अपने हत्यारे दामाद पर बेटी को नशे का ओवरडोज देने का भी आरोप लगाया है. बता दे कि बीते शुक्रवार की रात साजिश के तहत कारोबारी रवि अग्रवाल ने अपनी पत्नी ज्योति अग्रवाल को सरायकेला के चांडिल थाना अंतर्गत कांदर बेड़ा के समीप किराए के अपराधियों से गोली मरवा दी थी. जिसमें ज्योति की मौत हो गई थी. कारोबारी रवि अग्रवाल ने बड़े चतुराई से मामले को रंगदारी का रूप देने का प्रयास किया मगर पुलिस ने 72 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए रवि अग्रवाल को अपनी पत्नी की हत्या के साजिश में गिरफ्तार कर सबको चौंका दिया. रवि अग्रवाल के साथ उसके तीन अन्य साथी भी गिरफ्तार हुए हैं. बताया जा रहा है कि रवि ने उन्हें 16 लाख की सुपारी दी थी.