गम्हरिया/ Bipin Varshney बगैर होमवर्क किए सरकारी कर्मियों को किसी महत्वपूर्ण योजना पर काम पर लगाना सरकार पर कितना भारी पड़ने वाला है इसकी एक बानगी आप इस वीडियो में पहले देख लीजिए. फिर आपको हम बताएंगे माजरा क्या है…
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जानें क्या है मामला
दरअसल मंगलवार को आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड 7 और 8 में जेएमएमएसवाई के फार्म वितरण एवं ऑनलाइन करने के लिए बनाए गए सेंटर दुर्गा मंदिर परिसर के सामुदायिक भवन में एक व्यक्ति ने उस वक्त अपना संतुलन खो दिया जब घंटों इंतजार के बाद भी उसे न तो आवेदन फॉर्म मिला न उसका आवेदन स्वीकृति के लिए प्रोसेस हो सका. वह अपनी पत्नी के लिए आवेदन भरने पहुंचा था. मगर जिस तरह से इस योजना को लेकर पहले दिन से ही अफरा- तफरी मची हुई है उससे न केवल सिस्टम की खामियां उजागर हुई है बल्कि अब तो विपक्ष खुलकर सरकार पर हमलावर है. मंगलवार को जब उक्त व्यक्ति सिस्टम की खामियों से त्रस्त हो गया तब उसने केंद्र में जमकर हंगामा शुरू कर दिया. उसने आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं आपरेटर के साथ मारपीट तक कर डाली. बता दें कि “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” को लेकर प्रतिदिन आवेदकों की भीड़ बढ़ती जा रही है. प्रशासन की ओर से भरसक प्रयास करते हुए सभी महिलाओं को फार्म उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, लेकिन फार्म देरी से मिलने एवं अपलोड धीमा होने के कारण लोगों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है. महिलाएं एवं युवतियां सुबह से शाम तक महज एक हजार रुपए के लिए घंटों अपनी बारी के इंतजार में भूखे- प्यासे बैठी रहती है. यह आक्रोश उसी की एक बानगी मात्र है. समय रहते सरकार अगर सिस्टम को दुरुस्त नहीं करती है तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं. मंगलवार को आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड 7 और 8 की घटना से डरी सहमी सहियाएँ और कर्मी प्रखंड कार्यालय पहुंची और अंचलाधिकारी को पूरे मामले से अवगत कराया. हालांकि अंचल अधिकारी ने आदित्यपुर पुलिस को मामले की जांच कर दोषी को चिन्हित करते हुए कार्रवाई का निर्देश जरूर दे दिया है, मगर सवाल यह उठता है कि कितनो पर कार्रवाई होगी ? क्योंकि जिस सिस्टम ने लोगों को नोटबंदी के तर्ज पर लाकर खड़ा कर दिया है उस सिस्टम पर सवाल उठना लाजिमी है.
सुनें क्या कहा सहिया ने
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